आज के समय में क्रिकेट की दुनिया में नन्हे-मुन्ने खिलाड़ी बड़े-बड़े खिलाड़ियों को पस्त कर रहे हैं। 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 में बड़े-बड़े गेंदबाजों को छक्के लगाए। इससे क्रिकेट की दुनिया में उथल-पुथल मच गई। कई बड़े दिग्गज वैभव सूर्यवंशी को भारत का भविष्य बताने लगे। उन्होंने मात्र 35 गेंदों में शतक जड़ दिया और सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए। लेकिन वैभव की तरह ही एक और खिलाड़ी अब सुर्खियां बटोर रहा है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मोहम्मद कैफ की, जिनकी उम्र भी मात्र 14 साल है।
मोहम्मद कैफ के पिता एक मजदूर हैं। कैफ ने राज सिंह डूंगरपुर क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में दोहरा शतक जड़ा है। ऐसे में अब वैभव सूर्यवंशी को इस खिलाड़ी से कड़ी टक्कर मिलने वाली है। कैफ ने उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित अंडर-14 राज सिंह डूंगरपुर क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में यह दोहरा शतक जड़ा।

कर दिया बड़ा कारनामा
मोहम्मद कैफ ने बल्लेबाजी करते हुए 280 गेंदों का सामना किया, जिनमें 250 रनों की नाबाद पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 19 चौके और 12 छक्के लगाए। जानकारी दे दें कि हाल ही में कानपुर में आयोजित ट्रायल्स के आधार पर कैफ का चयन अंडर-14 यूपी टीम में हुआ था। इसके बाद देहरादून में खेले जा रहे अंडर-14 के राज सिंह डूंगरपुर क्रिकेट प्रतियोगिता में यूपी का सामना फाइनल मुकाबले में विदर्भ से हुआ। यह मैच 3 मई से 5 मई तक चला, जिसमें मोहम्मद कैफ ने जबरदस्त बल्लेबाजी की। 14 साल के इस बल्लेबाज ने सभी को हैरान कर दिया और दोहरा शतक लगा दिया। इस दौरान उन्होंने क्रीज पर 377 मिनट बल्लेबाजी की और 66.29 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
मजदूरी करते हैं मोहम्मद कैफ के पिता
मोहम्मद कैफ के परिवार की बात की जाए तो पिता मजदूरी करते हैं। कैफ के परिवार में मां, दो भाई और चार बहनें हैं। बता दें कि 14 वर्षीय मोहम्मद कैफ सभी भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। पिता मुन्ना बताते हैं कि बचपन से ही कैफ का क्रिकेटर बनने का सपना था। 7 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने बल्ला उठा लिया था और खेलते-खेलते अपने खेल में सुधार करते गए। जबकि कैफ के कोच बहारुद्दीन सिद्दीकी और मोहम्मद हसीन के मुताबिक, समय से अभ्यास करना ही मोहम्मद कैफ की प्राथमिकता रहती है। क्रिकेट फैंस उम्मीद करेंगे कि वैभव सूर्यवंशी की तरह ही मोहम्मद कैफ भी दुनिया के सामने भारत का नाम ऊंचा करें।