गुरुवार को खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में रोमांचक मैच देखने को मिला। यह मैच महाराष्ट्र और विदर्भ के बीच खेला गया। मुकाबला बड़ौदा के कोटला स्टेडियम में हुआ। इस मैच में महाराष्ट्र ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, लेकिन यह फैसला उनके लिए सही साबित नहीं हुआ। बल्लेबाजी के लिए उतरी विदर्भ की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बोर्ड पर 380 रन लगा दिए।
विदर्भ ने 380 रन बनाने के दौरान केवल पांच विकेट गंवाए। विदर्भ के बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए महाराष्ट्र के गेंदबाजों को मैच में हावी होने का कोई मौका नहीं दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि इस मुकाबले में दोनों टीमों ने 300 प्लस का स्कोर बनाया।

विदर्भ के बल्लेबाजों ने किया कमाल
दरअसल, विदर्भ की ओर से ध्रुव ने 120 गेंदों में 114 रन बनाए। अपनी इस पारी में ध्रुव ने 14 चौके और एक छक्का लगाया। ध्रुव के अलावा यश ने भी शानदार प्रदर्शन किया। यश ने 101 गेंदों में 116 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। उनकी इस पारी में 14 चौके और एक छक्का शामिल थे। दोनों खिलाड़ियों ने पहले विकेट के लिए 224 रनों की जबरदस्त साझेदारी कर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में मदद की। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए करुण नायर ने आतिशी अंदाज में खेलते हुए मात्र 44 गेंदों में 88 रन बनाए। अपनी इस पारी में उन्होंने पांच छक्के और नौ चौके लगाए। वहीं, जितेश शर्मा ने भी 33 गेंदों में 51 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
लक्ष्य से मात्र 69 रन पीछे रह गई महाराष्ट्र
वहीं, लक्ष्य का पीछा करने उतरी महाराष्ट्र की टीम ने भी शानदार बल्लेबाजी की। कौशल महाराज की टीम ने 50 ओवर में 311 रन बनाए, हालांकि टीम ने अपने सात विकेट गंवा दिए। महाराष्ट्र लक्ष्य से मात्र 69 रन पीछे रह गई। टीम के लिए अर्शिन कुलकर्णी ने 101 गेंदों में 90 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें आठ चौके और एक छक्का शामिल था। महाराष्ट्र की ओर से अंकित बावने (50) और निखिल नाइक ने भी 49 रनों का योगदान दिया। हालांकि, महाराष्ट्र के बल्लेबाज लक्ष्य को हासिल नहीं कर सके और 69 रनों से हार गई। इस तरह विदर्भ ने महाराष्ट्र को हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली।