Thu, Dec 25, 2025

‘लड़कियों के साथ घूमना फिरना छोड़ दो’, किसने दी थी विनोद कांबली को यह चेतावनी? हुआ बड़ा खुलासा

Written by:Rishabh Namdev
Published:
पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने बताया कि विनोद कांबली अपने करियर की ऊंचाई पर थे, तब उन्होंने उन्हें चेताया था कि ग्लैमर के पीछे भागने से उनका करियर डूब जाएगा। लेकिन कांबली ने इसे नजरअंदाज कर दिया और आज उनका नाम गुमनामी में खो गया है। योगराज सिंह के बयान ने एक बार फिर पुराने दौर की चर्चा छेड़ दी है।
‘लड़कियों के साथ घूमना फिरना छोड़ दो’, किसने दी थी विनोद कांबली को यह चेतावनी? हुआ बड़ा खुलासा

पूर्व तेज गेंदबाज और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक इंटरव्यू में विनोद कांबली को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल उन्होंने बताया कि जब कांबली अपने करियर की पीक पर थे, तब उन्होंने उन्हें साफ-साफ कहा था कि पार्टी, सिगरेट और लड़कियों के साथ घूमना छोड़ दो। योगराज सिंह ने चेताया था कि यह सब चीजें उनके करियर को तबाह कर सकती हैं। लेकिन कांबली ने इस सलाह को हल्के में लिया और खुद को ‘ग्लैमर का किंग’ कहकर नजरअंदाज कर दिया।

दरअसल विनोद कांबली भारतीय क्रिकेट में एक चमकता सितारा बनकर उभरे थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में दो दोहरे शतक लगाए और शुरुआत में ही रिकॉर्ड्स तोड़ते नजर आए। लेकिन जल्द ही उनका ग्राफ नीचे जाने लगा।

विनोद कांबली में प्रतिभा की कोई कमी नहीं थी

दरअसल चयनकर्ताओं से मनमुटाव, फिटनेस की दिक्कतें और उनकी निजी लाइफस्टाइल ने उनके क्रिकेट के सफर को छोटा कर दिया। योगराज सिंह के अनुसार, अगर कांबली अपने लाइफस्टाइल पर नियंत्रण रखते, तो वे लंबे समय तक टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते थे। क्रिकेट के कई दिग्गज भी मानते हैं कि कांबली में प्रतिभा की कोई कमी नहीं थी, लेकिन अनुशासन और लगातार मेहनत की जरूरत को उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। उनका यह उदाहरण आज भी युवा खिलाड़ियों के लिए एक सबक है कि सिर्फ टैलेंट से नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और समर्पण से ही लंबा करियर बनता है।

आज कहां हैं विनोद कांबली?

वहीं आज विनोद कांबली मैदान से दूर हैं और कई बार आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर चर्चा में रहे हैं। हाल ही में उनकी तबीयत बिगड़ी थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, हालांकि अब उनकी स्थिति स्थिर है। समय-समय पर वे क्रिकेट से जुड़ी चर्चाओं में नजर आते हैं, लेकिन वो स्टारडम अब बीते दिनों की बात हो चुकी है। दरअसल विनोद कांबली की जिंदगी क्रिकेट की दुनिया में शिखर से गिरावट तक का उदाहरण है। उनकी कहानी उन सभी युवा खिलाड़ियों के लिए चेतावनी है जो शुरुआती सफलता के बाद फोकस खो बैठते हैं।