इस समय भारतीय क्रिकेट में बड़े उथल-पुथल देखे जा रहे हैं। पहले रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया, तो इसके बाद विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की इच्छा जताई। हालांकि, बीसीसीआई ने विराट कोहली को एक बार फिर इस निर्णय पर सोचने के लिए कहा है। बीसीसीआई पूरी कोशिश कर रही है कि विराट कोहली संन्यास न लें। इसके लिए खास पहल की जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही किस्सा सचिन तेंदुलकर के साथ भी हो चुका है। बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने साल 2013 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। सचिन ने अपने करियर में 200 टेस्ट मैच खेले।
सचिन के करियर में एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया था, लेकिन बाद में उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा। चलिए जानते हैं आखिर क्या कारण था कि सचिन ने इतना बड़ा निर्णय बदला और किसके कहने पर बदला।

किस कारण से किया था संन्यास का मन?
जानकारी के मुताबिक, साल 2007 में जब आईसीसी वर्ल्ड कप वेस्टइंडीज में खेला जा रहा था, तो भारत का प्रदर्शन उसमें बेहद खराब रहा था। इसके बाद सचिन ने क्रिकेट की दुनिया से दूरी बनाने का मन बना लिया था। यह पूरी घटना उन्होंने 2019 में इंडिया टुडे के एक इंटरव्यू में बताई। सचिन ने कहा कि उस समय मेरे इर्द-गिर्द कई चीजें हो रही थीं। मैंने कुछ जरूरी बदलाव की जरूरत महसूस की थी। मैंने सोचा था कि अगर ये बदलाव नहीं होते, तो फिर मैं क्रिकेट छोड़ दूंगा। सचिन का कहना था कि वे 90 प्रतिशत तक यह मन बना चुके थे कि उन्हें क्रिकेट छोड़ना है।
जानिए किसके फोन ने बदल दिया मन
लेकिन अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर किसके कहने पर सचिन ने अपना निर्णय बदला। सचिन ने यह जानकारी दी कि उनकी अपने भाई से बात हो रही थी। उन्होंने बताया कि 2011 में मुंबई में वर्ल्ड कप खेला जाएगा, क्या तुम उस खूबसूरत ट्रॉफी को अपने हाथों में नहीं देखना चाहते? मास्टर ब्लास्टर ने कहा कि इसके बाद वे अपने फार्महाउस चले गए। इसी दौरान उनके फोन पर विवियन रिचर्ड्स का कॉल आया। तब रिचर्ड्स ने सचिन से कहा कि आपके अंदर अभी काफी क्रिकेट बाकी है। हमारे करीब 45 मिनट तक इस बारे में बात हुई। यह बातचीत इतनी अच्छी थी कि मैं शब्द नहीं ढूंढ सकता। जब आपका हीरो आपको फोन करे तो ऐसा ही महसूस होता है। इसके बाद सब कुछ बदल गया, चीजें आसान होने लगीं और सचिन ने क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बदल दिया। उन्होंने 2011 का वर्ल्ड कप भी खेला और ट्रॉफी भी उठाई।
ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि क्या विराट कोहली के पास भी ऐसा ही कोई कॉल आएगा जिससे वे अपने संन्यास का निर्णय बदल दें।