लंदन में युवराज सिंह की ओर से आयोजित यूवीकैन फाउंडेशन की डिनर पार्टी में विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के पीछे की वजह बताई। दरअसल बातचीत के दौरान क्रिकेट प्रेसेंटर गौरव कपूर ने जब उनसे कहा कि फैंस उन्हें मैदान पर मिस करते हैं, तो विराट ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि “दो दिन पहले मैंने अपनी दाढ़ी में कलर किया, और जब ऐसा हर चार दिन में करना पड़े, तो लगता है अब रिटायरमेंट का टाइम आ गया है।” विराट कोहली का ये जवाब भले ही हल्के-फुल्के अंदाज़ में था, लेकिन उनके फैसले के पीछे उम्र का इशारा साफ था।
दरअसल विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में जो मुकाम हासिल किया है, वो बेहद खास है। बता दें कि उन्होंने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए। वहीं इस दौरान उनके बल्ले से 30 शतक और 31 अर्धशतक निकले।
कप्तान के रूप में सबसे कामयाब
वहीं सिर्फ बतौर बल्लेबाज ही नहीं, कप्तान के रूप में भी कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया। दरअसल विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की, जिनमें से टीम ने 40 मुकाबले जीते। यह जीत प्रतिशत 58.82 रहा, जो 50 से ज्यादा टेस्ट में कप्तानी करने वालों में दुनिया का तीसरा सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है। विराट कोहली ने मैदान पर आक्रामक कप्तानी के साथ ही भारत को टेस्ट में नया आत्मविश्वास भी दिलाया। दरअसल विराट कोहली के नाम एक खास रिकॉर्ड यह भी है कि उन्होंने भारत में खेली गई सभी 11 टेस्ट सीरीज जीती हैं। महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम को घरेलू टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है, जबकि कोहली का रिकॉर्ड 100% रहा है।
कप्तानी में विराट कोहली का यह रिकॉर्ड टूटना मुश्किल
दरअसल विराट कोहली ने साल 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से कप्तानी की शुरुआत की थी, जिसे भारत ने 3-0 से जीता था। इसके बाद उन्होंने भारत में खेली हर टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया। ऐसे में यह रिकॉर्ड साबित करता है कि बतौर कप्तान कोहली घरेलू जमीन पर सबसे सफल रहे हैं। टेस्ट से पहले विराट कोहली ने 29 जून 2024 को टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास लिया था। उन्होंने भारत को टी-20 वर्ल्ड कप जिताने के बाद यह फैसला किया। फिलहाल वह वनडे क्रिकेट और आईपीएल खेलते रहेंगे।





