विराट कोहली के लिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले का समय मुश्किल भरा था। दरअसल, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज में विराट कोहली का बल्ला पूरी तरह से शांत नजर आया, जिसके चलते उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा और उन पर संन्यास का दबाव बढ़ गया। हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के टूर्नामेंट में विराट कोहली ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। वहीं, अब विराट कोहली ने अपने रिटायरमेंट पर खुलकर बात की और कहा है कि वह फिलहाल संन्यास का कोई फैसला नहीं करेंगे।
दरअसल, विराट कोहली इस समय आईपीएल में व्यस्त हैं। इसी के चलते उन्होंने अपनी टीम आरसीबी को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने कहा कि उन्हें क्रिकेट से आज भी प्यार है और वह अपना गेम एंजॉय कर रहे हैं।

जो भी हुआ मैं उसे स्वीकार कर रहा हूं: विराट कोहली
विराट कोहली ने कहा, “बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की सीरीज के बाद मैं खुद से बेहद नाराज था। मुझे इतना बुरा 2014 के इंग्लैंड दौरे के बाद भी नहीं लगा था।” दरअसल, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली का बल्ला पूरी तरह से खामोश रहा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई इस सीरीज की नौ पारियों में केवल 190 रन बनाए थे। उन्होंने निराशा जाहिर करते हुए कहा, “मुझे नहीं पता कि चार साल बाद मुझे फिर से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने का मौका मिलेगा या नहीं, इसलिए जो भी हुआ मैं उसे स्वीकार कर रहा हूं। 2014 का इंग्लैंड दौरा मुझे लंबे समय तक परेशान करता रहा और अब ऑस्ट्रेलिया दौरे ने मुझे बेहद निराश किया।”
मैं जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहता था: विराट कोहली
इस दौरान विराट कोहली ने कई बड़ी बातें साझा कीं। उन्होंने कहा, “मैं बाहरी बातों पर ध्यान देने लगा था। मैं यह सोचने लगा था कि इस दौरे पर सिर्फ दो से तीन दिन बचे हैं और इन दो-तीन दिनों में मुझे अच्छा प्रदर्शन करना है। इस सोच ने मुझ पर और भी ज्यादा दबाव बना दिया और इससे मेरा प्रदर्शन और बिगड़ गया।” ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाए गए पहले शतक को लेकर विराट कोहली ने कहा, “इस शतक के बाद मुझसे उम्मीदें बढ़ने लगी थीं। मुझे लगा कि मैं और बड़े स्कोर करूंगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैं जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहता था। इसके बाद मैंने अपने परिवार के साथ समय बिताया, जिससे चीजें शांत हो गईं। पांच से छह दिन बाद मैं अपने जिम जाने के लिए उत्साहित था। मैंने अंत में सोचा कि जो हुआ उसे जाने देते हैं, अब मुझे आगे पर फोकस करना है।”