World Cup 2023 : पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ न्यूजीलैंड को जीत मिलने के बाद एक ट्वीट किया था। जिसमें न्यूजीलैंड की जीत की वजह से पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई थी। सहवाग ने बाय-बाय पाकिस्तान का एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- पाकिस्तान जिंदाभाग। घर वापसी के लिए सुरक्षित उड़ान हो। इसके बाद सहवाग को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ट्रोल किया। जिसके बाद अब सहवाग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर सभी को उसका जवाब दिया है।
सहवाग ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
वीरेंद्र सहवाग ने इस बार पिछले साल 10 नवंबर को स्क्रीनशॉट शेयर किया। उसी दिन भारतीय टीम इंग्लैंड से हारकर टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हुई थी। तब पाकिस्तानी भारत को मजाक बना रहे थे। उसके नीचे लिखा है- प्रत्येक क्रिया की बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है। सहवाग ने अपने कैप्शन में लिखा, ’21वीं सदी में 6 वनडे वर्ल्ड कप हो चुके हैं। 6 प्रयासों में, 2007 में केवल एक बार हम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए और पिछले 6 विश्व कप में से 5 में हम क्वालीफाई कर पाए हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान 2011 में 6 प्रयासों में केवल एक बार सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर सका है।’
सहवाग ने आगे लिखा- वे आईसीसी और बीसीसीआई पर गेंदों और पिच को बदलने जैसे हास्यास्पद आरोप लगाते हैं। जब उन्हें हराने के बाद जब किसी अन्य टीम से हार जाते हैं तो उनके प्रधानमंत्री हमारा मजाक उड़ाते हैं। यहां पहुंचने पर उनके खिलाड़ियों ने हमारे सैनिक का मजाक उड़ाने के लिए हैदराबाद में चाय का आनंद लेने की तस्वीरें व्यंग्य के साथ पोस्ट करते हैं।
In the 21st century there have been 6 ODI world cups.
In 6 attempts, only once in 2007 did we not qualify for the semi-finals and have qualified in 5 of the last 6 World cups. On the other hand only once have Pakistan qualified for the semis in 6 attempts in 2011.
And they come… pic.twitter.com/W7U67pBrFU— Virender Sehwag (@virendersehwag) November 11, 2023
जो अच्छा है वो उसके साथ अच्छे हैं
वीरेंद्र सहवाग ने लिखा कि जो अच्छा है वो उसके साथ अच्छे हैं और जो ऐसा व्यवहार करेगा उसे सूद समेत वापस भी लौटाया जाएगा। वीरू ने आगे लिखा, ‘पीसीबी प्रमुख कैमरे पर हमारे देश को दुश्मन मुल्क कहते हैं। और वे अपनी नफरत के बदले प्यार की उम्मीद करते हैं। और उपदेश देने वालों हमेशा दोतरफा रास्ता होता है। जो अच्छा व्यवहार करे उसके साथ हम बहुत अच्छे हैं, और जो ऐसा व्यवहार करे तो सही मौके पर सूद समेत लौटना ही मेरा तरीका है। मैदान पर भी, मैदान के बाहर भी।’