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Tue, Dec 16, 2025

क्या यशस्वी जायसवाल तोड़ देंगे डॉन ब्रैडमैन का ‘महारिकॉर्ड’? इतने रन बनाते ही इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लेंगे नाम

Written by:Rishabh Namdev
Published:
यशस्वी जायसवाल अब तक इंग्लैंड के खिलाफ 11 पारियों में 817 रन बना चुके हैं। अगर उन्होंने अगले टेस्ट की पहली पारी में 183 रन बना लिए, तो वो डॉन ब्रैडमैन का 1000 रन का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, जो अब तक अटूट माना जाता रहा है।
क्या यशस्वी जायसवाल तोड़ देंगे डॉन ब्रैडमैन का ‘महारिकॉर्ड’?  इतने रन बनाते ही इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लेंगे नाम

भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 2 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस मुकाबले में जहां टीम इंडिया सीरीज बराबर करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी, वहीं यशस्वी जायसवाल इतिहास रचने के बेहद करीब हैं। पहले टेस्ट की पहली पारी में 101 रनों की शानदार पारी खेलने वाले यशस्वी अब तक इंग्लैंड के खिलाफ 11 पारियों में 817 रन बना चुके हैं और उनके सामने अब टेस्ट क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा मौका है।

दरअसल 1930 में डॉन ब्रैडमैन ने इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 13 पारियों में 1000 टेस्ट रन पूरे किए थे, जो आज भी एक बड़ा रिकॉर्ड माना जाता है। अब यशस्वी के पास इस रिकॉर्ड को 12 पारियों में तोड़ने का मौका है।

क्या यशस्वी जायसवाल कर पाएंगे ऐसा?

वहीं अगर वो लीड्स टेस्ट की पहली पारी में 183 रन बना लेते हैं, तो ब्रैडमैन से पहले यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे। यशस्वी ने अपने डेब्यू से ही टेस्ट क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और उन्होंने खासकर इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी पारियां खेलकर अपनी तकनीक और धैर्य का लोहा मनवाया है। ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ना आसान नहीं होगा, लेकिन जिस आत्मविश्वास और फॉर्म में यशस्वी हैं, उसमें कुछ भी मुमकिन है। भारतीय फैंस की निगाहें अब यशस्वी की उस पारी पर टिकी हैं जो इतिहास में उनका नाम दर्ज कर सकती है।

इंग्लैंड के खिलाफ यशस्वी का शानदार रिकॉर्ड

दरअसल यशस्वी जायसवाल के इंग्लैंड के खिलाफ आंकड़े खुद इस बात की गवाही दे रहे हैं कि उन्होंने इस टीम के खिलाफ एक खास फॉर्म पाया है। 11 पारियों में 817 रन कोई छोटा आंकड़ा नहीं है। खास बात यह है कि इनमें से अधिकतर रन उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में बनाए हैं, जब टीम को जरूरत थी। उन्होंने गेंदबाजों को मजबूर किया कि वो अपने लाइन-लेंथ से हटें और यही बात उन्हें स्पेशल बनाती है।