भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का पहला मैच भारत के लिए निराशाजनक रहा। पांच विकेट से हार के बाद फील्डिंग एक बड़ा कारण मानी जा रही है। इस हार में सबसे ज्यादा आलोचना झेल रहे हैं युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल, जिन्होंने पहले मुकाबले में चार आसान कैच टपकाए थे। वहीं अब टीम इंडिया दूसरे टेस्ट से पहले कुछ कड़े फैसले ले सकती है और यशस्वी जायसवाल को फिलहाल फील्डिंग से ब्रेक मिल सकता है।
पहले टेस्ट में जब इंग्लैंड बैकफुट पर था, तब भारतीय फील्डरों ने कई मौके गंवा दिए। यशस्वी जायसवाल ने दोनों पारियों में मिलाकर कुल चार कैच छोड़े, जो मैच के नतीजे को प्रभावित करने वाले साबित हुए।

क्या यशस्वी जायसवाल को दिया जाएगा आराम?
दरअसल विकेटकीपर ऋषभ पंत ने भी एक आसान कैच छोड़ा, लेकिन यशस्वी की फील्डिंग ने सबसे ज्यादा निराश किया। गली की पोजीशन पर वह पूरे मैच में संघर्ष करते दिखे थे। वहीं अब रिपोर्ट्स के मुताबिक, यशस्वी को उस पोजीशन से हटाया जा सकता है और उन्हें ब्रेक दिया जा सकता है। टीम के सहायक कोच रेयान टेन डोशेट ने कहा है कि टीम अब गली या शॉर्ट लेग जैसे अहम पोजीशन पर ज्यादा अनुभवी और भरोसेमंद खिलाड़ियों को आजमाना चाहती है। उन्होंने साफ किया कि यशस्वी के हाथों में दर्द भी है और उनका आत्मविश्वास डगमगाया हुआ है। ऐसे में फिलहाल उन्हें फील्डिंग से राहत दी जा सकती है।
इस गेंदबाज पर भी तलवार लटकी
दरअसल सिर्फ यशस्वी ही नहीं, बल्कि एक गेंदबाज पर भी दूसरे टेस्ट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। पहले टेस्ट में दो विकेट लेने वाले इस खिलाड़ी से टीम को ज्यादा उम्मीदें थीं, लेकिन वह बल्लेबाजी और फील्डिंग में कोई योगदान नहीं दे सके। कोच डोशेट ने कहा कि टीम कॉम्बिनेशन को ध्यान में रखकर बदलाव कर सकती है और कुछ प्लेयर रोटेशन की प्रक्रिया में बाहर भी हो सकते हैं।
वहीं खबरें हैं कि रविंद्र जडेजा की जगह किसी स्पेशलिस्ट गेंदबाज या फिर बैटिंग ऑलराउंडर को मौका मिल सकता है। टीम मिडिल ऑर्डर को मजबूत करना चाहती है क्योंकि इंग्लैंड की आक्रामक बैटिंग शैली के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों को मदद चाहिए।