अभी यह दरें उन ट्रेनों के किराए पर लागू की जाएगी जिन ट्रेनों में सबसे कम सीटें पिछले 30 दिनों में भर पाई। ऐसे में वंदे भारत ट्रेन, अनुभूति और विस्टाडोम बोगियों वाली ट्रेन शामिल रहेगी।
railway की खबरें
भोपाल से इंदौर के बीच चलने वाली दोनों वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार कर इन्हें खजुराहो, ग्वालियर और नागपुर तक भेजे जाने की दिशा में प्रयास हो रहा है।
अधिकारी टीही से धार के बीच रेल लाइन के लिए अर्थवर्क और पुल-पुलियाओं जैसे कार्यों को करने की बात जरूर कर रही हैं। लेकिन जब तक इस सुरंग को बना कर तैयार नहीं किया जाएगा तब तक किसी भी कार्य का कोई मतलब नहीं रहेगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी सेमी हाई ट्रेन की तो इसको बनाने में सबसे ज्यादा खर्च होता है। दरअसल, देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत दिल्ली-वाराणसी रूट पर की गई थी। इस ट्रेन की खासियत इसकी आधुनिकरण और सुविधाएं हैं।
भारत एक स्वतंत्र देश के लेकिन अभी भी कुछ रेल लाइन ऐसी है जो अंग्रेजों के कब्जे में है। आप ये जानकार हैरान हो गए होंगे और ये सोच रहे होंगे की आखिर ऐसा क्यों और कैसे? तो आपको बता दे, आज भी हर साल अंग्रेजों को करोड़ों रुपए की रॉयल्टी दी जाती है वो भी सिर्फ रेल लाइन के लिए।
भारत चौथा ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा रेलवे स्टेशन मौजूद है। यहां के कई स्टेशन देखने लायक है। आज हम आपको एक ऐसी रेलवे सुरंग के बारे में बताने जा रहे हैं जो भारत की सबसे लंबी है।
आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम इतना छोटा है की हर कोई सुनकर हैरान रह जाता हैं। जी हां, भारत में कई ऐसी अनोखी चीज़ें मौजूद है जो लोगों को हैरान कर देती हैं।
देश का आखिरी ऐसा स्टेशन है जहां से आप पेडल चलकर विदेश में जा सकते हैं। जी हां, उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ धाम से सटा माना गांव और नॉर्थ ईस्ट के एक गांव को देश का आखिरी गांव है वहीं बिहार के अररिया जिले और पश्चिम बंगाल में देश का आखिरी रेलवे स्टेशन हैं।
World Class Railway Station : कुल 354 करोड़ रुपए की राशि से वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। जिसका निर्माणकार्य वैश्विक स्तर पर किया जा रहा है जो कि इन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। पढ़ें विस्तार से…
Indian Railways : रेलवे जल्द ही इंदौर और खंडवा गेज परिवर्तन प्रोजेक्ट के चलते ओंकारेश्वर, सनावद, महू रेल खंड को…