Budh Gochar/Rajyog 2023 : इस गोचर से प्रबल बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। वही इस राशि परिवर्तन से पंच महापुरुष राजयोग में भद्र राजयोग का भी निर्माण होगा।
Budhaditya Raj Yoga की खबरें
Rajyog 2023 : बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है।कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।
Rajyog Budh-Surya Yuti : बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।
Shubh Rajyog : गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में साथ बैठे होते हैं या फिर गुरु जिस राशि में होते हैं उस राशि से चौथे, सातवें और दसवें घर में चंद्रमा होते हैं तो गजकेसरी योग बनता है।
Rajyog 2023: बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।
Budhaditya Rajyog/ Budh-Surya Yuti : पंचाग के अनुसार, 7 जून को ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह, वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं । बुध शाम 7 बजकर 58 मिनट पर गोचर करेंगे, इससे शुक्र की राशि वृषभ में बुध सूर्य की युति से बुधादित्य राजयोग बनेगा।
Rajyoga : वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य योग बनता है।
Shubh Rajyoga 2023 : पंचांग के अनुसार, सूर्य 15 मई 2023 को सुबह 11 बजकर 32 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जहां पर वह 15 जून 2023 की शाम 16 बजकर 07 मिनट तक रहेंगे।
Budhaditya Rajyoga : ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बुध पहले से ही मेष में विराजमान है, ऐसे में सूर्य बुध के साथ मिलकर बुधादित्य योग बनाएंगे। सूर्य और बुध की युति से बनने वाले इस बुधादित्य राजयोग का सभी राशि पर प्रभाव पड़ेगा।
Budhaditya Rajyoga : सूर्य गोचर करके मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं, अब 15 मई तक सूर्य मेष राशि में रहेंगे, वही बुध पहले से ही मेष में विराजमान है, ऐसे में सूर्य बुध के साथ मिलकर बुधादित्य योग बनाएंगे।