फिलहाल, किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं मिली है।
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जिनका डॉक्टरों द्वारा इलाज जारी है। फिलहाल, उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
प्राचार्य ने हटा पुलिस को सूचना दी और स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया तो हवाई फायर करने वाला लड़का पहचाना गया।
गौरतलब है कि ये नोटिस रविवार 11 जून को जारी हुआ है और जवाब देने के लिए इसमें 3 दिन का समय दिया गया है लेकिन नगर पालिका सीएमओ अमला और बुलडोजर लेकर आज नोटिस की समय सीमा समाप्त होने से पहले ही पहुँच गए, स्कूल संचालकों के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया।
मामला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तक पहुंचा तो उनकी एक टीम ने जब जांच की तो स्कूल में नमाज पढ़ाने, कुरान की आयतें होमवर्क में दिए जाने, गैर मुस्लिम बच्चियों को हिजाब पहनाने और इस्लामिक शिक्षा दिए जाने का खुलासा हुआ, स्कूल प्रबन्धन आरोपों को बेबुनियाद बताता रहा, जिला शिक्षा अधिकारी, एसपी और कलेक्टर ने भी शुरुआत में क्लीन चिट दे दी लेकिन बाल संरक्षण आयोग पीछे नहीं हटा।
जिसके बाद असफा शेख की रिपोर्ट नार्मल आई और फिर देर रात ही उन्हें फिर से वापस जेल भेज दिया गया।
दमोह के जिला जेल में बंद एक कैदी की संदेहास्पद मौत के बाद सनसनी फैल गई है। इस मामले में मौत के असली कारणों को जानने लोगों में उत्सुकता है । दरअसल शनिवार की शाम एक कैदी को जिला जेल से जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसका परीक्षण किया तो वो मृत पाया गया। तोताराम के इस इस कैदी को धारा 307 के मामले में सात साल की सज़ा पड़ी थी और पिछले साल दिसंबर महीने में उसे जिला जेल में लाया गया था।
इस दौरान निर्माण फॉर्म के मुख्य केंद्र सहित तीन दूसरी फॉर्मों पर भी एकसाथ कार्रवाई की गई।
सरकार का ये आदेश सबको अचरज में डाल रहा है