चतुर्गुण पापकर्तरी योग जातकों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। मंगल और सूर्य के बीच में चन्द्र अटक गए है, जो नकारात्मक प्रभाव डालेगा।स्वास्थ्य से संबंधित कोई परेशानी हो सकती है।
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विपरीत राजयोग कर्क राशि के जातकों के लिए लकी साबित होगा।यह राजयोग अनुकूल परिणाम देने वाला रहेगा।निवेश और निर्यात-आयात उद्यमों में सफलता का अनुभव देगा।
आज दिन रविवार तारीख 2 जुलाई है। चतुर्दशी तिथि रहेगी। सत्यनारायण का व्रत रखा जाएगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सहित रवि योग रहेगा। आज आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। चतुर्दशी तिथि रात्रि 8:22 तक रहेगी। इसके उपरांत पूर्णिमा तिथि का आरंभ होगा। सूर्य दक्षिणायन रहेंगे। ज्येष्ठ नक्षत्र 1:18 तक रहेगा। इसके उपरांत मूल नक्षत्र का आरंभ होगा। शुक्ल योग 7:26 तक रहेगा। इसके उपरांत ब्रह्म योग का आरंभ होगा। चंद्रमा 1:18 तक वृश्चिक राशि में रहेंगे। इसके उपरांत धनु राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्योदय 5:27 पर हुआ है जबकि सूर्यास्त 7:23 पर होगा। अभिजीत मुहूर्त 11:57 से 12:53 तक रहेगा।विजय मुहूर्त 2:44 से 3:40 तक रहेगा। गोधूलि बेला 7:22 से 7:42 तक रहेगी। सर्वार्थ सिद्धि योग 1:18 से 5:27 तक रहेगा। रवि योग 5:27 से रात के 1:18 तक रहेगा।
Bhadra Rajyog : जब कुंडली के पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाव में बुध अपनी खुद की राशि मतलब मिथुन या कन्या में होता है, तब भद्र योग का निर्माण होता है।
Mahadhan/Kahal Rajyog: जब गुरु ग्रह, मेष राशि में उदय होते हैं तो महाधन राजयोग बन जाता है, जिसके असर से शुभता और लाभ प्राप्त होते हैं। इस साल अप्रैल के अंत में गुरु ग्रह मेष में उदय हो चुके हैं।
Rajyog Budh-Surya Yuti : बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।
Astrology Panchgrahi Rajyog 2023 : पंच ग्रही योग को ज्योतिष में बेहद शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार जब किसी घर में 5 ग्रह एक साथ आते हैं, तब पंच ग्रही योग का निर्माण होता है। ऐसे जातक को जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। समाज में मान सम्मान प्रतिष्ठा का पद प्राप्त होता है। साथ ही उच्च पद पर इनकी नियुक्ति होती है। पंच ग्रही योग हर जातक के लिए शुभ हो, ऐसा भी आवश्यक नहीं है। कई योग के विपरीत प्रभाव पड़ने के कारण पंचग्रही योग का लाभ जातकों को नहीं मिल पाता है।
Astrology Dhan Rajyog 2023: किसी जातकों की कुंडली में बनने वाले ग्रह नक्षत्र की दशा से उनके गुण और दोष सहित योग का निर्माण होता है। कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलती है। इसके लिए कई ग्रह और उनके गोचर जिम्मेदार होते हैं। दूसरे व्यक्ति सफलता बड़ी आसानी से प्राप्त कर लेता है। इसके लिए एक निश्चित योग सफलता प्राप्त करने में सहायक होती है।
Astrology Hans Rajyog: गुरु को शिक्षा और ज्ञान का कारक माना जाता है। संतान, ज्ञान, धार्मिक कार्य सहित धन-संपत्ति और वैभव के लिए हंस योग बेहद लाभकारी होते हैं। ज्योतिष में गुरु को शुभ माना जाता है। ऐसे में गुरु के कारण बनने वाले योग भी अत्यधिक शुभ होते हैं।
दरअसल 15 मई से ही बुध ग्रह मेष राशि में मार्गी अवस्था में चाल चल रहे हैं और सीधी चल चलने के साथ ही वृषभ राशि में गोचर करेंगे। 24 अगस्त तक मार्गी अवस्था में बुध ग्रह विराजमान रहेंगे। जिस का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ने वाला है। बुध के मार्ग अवस्था में होने की वजह से कई जातकों को आर्थिक लाभ सहित भौतिक सुख सुविधाएं उपलब्ध होगी। व्यापार में तरक्की मिलने के साथ ही कार्यस्थल पर उनकी नवीन पहचान निर्मित होगी।