नगर निगम कार्यालय में पदस्थ ZO उत्पल सिंह भदौरिया और उनके यहाँ पदस्थ आउट सोर्स कर्मचारी विवेक तोमर ने भूतपूर्व सैनिक राकेश सिंह सिकरवार से 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी, उन्होंने देने से इंकार किया तो 15 हजार रुपये पर सौदा तय हो गया, उन्होंने इसकी शिकायत लोकायुक्त में की थी।
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आरोपी सीईओ दिवाकर पटेल ने अपनी ही पंचायत में पदस्थ पंचायत समन्वयक अधिकारी (PCO) राम लखन साकेत से उनके क्रमोन्नति व भविष्य निधि के फंड की राशि स्वीकृत करने के बदले 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिकायतकर्ता ने आवेदन में बताया कि दोनों आरक्षक ऊपर बाकी रकम जल्दी देने के लिए दबाव बना रहे थे जिससे परेशान होकर उसने रीवा लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की। शिकायत का सत्यापन होने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने दोनों आरक्षकों को पकड़ने का प्लान तैयार किया।
आवेदन में प्रार्थी ने शिकायत की थी कि उसने जमीन के लिए तहसील में आवेदन दिया था लेकिन वहां पदस्थ पटवारी हल्का नंबर 101गौरव मिश्रा 5000 रुपये की रिश्वत मांग रहा है, उसने कहा है कि बिना पैसे दिए जमीन का सीमांकन नहीं होगा।
आवेदन में आवेदक संजय कुर्मी ने कहा कि उसके पिता का निधन हो गया है, पुश्तैनी जमीन उसके और उसकी माँ के नाम है, वो अपनी जमीन भी माँ के नाम करवाना चाहता है इसके लिए उसने एक आवेदन तहसील में दिया था, तहसील में पदस्थ पटवारी हल्का नं40 लोहर्रा तहसील राहतगढ़ अनुराग ताम्रकार नामांतरण के बदले 8,000/- रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं।
आवेदन में उम्मीद सेहर ने बताया था कि गाँव में उसकी जमीन का सीमांकन कराने के लिए उसने तहसील में आवेदन दिया था जहाँ पदस्थ पटवारी हल्का नंबर 139 लीलाधर माहौर बैराड ने उससे 15,000/- रुपये की रिश्वत की मांग की।
आवेदक वीरेंद्र जाटव ने वन मंडल दक्षिण सागर के कार्यालय में जाकर वन रक्षक राजकुमार मौर्य को रिश्वत की राशि 4000/- रुपये दे दी और लोकायुक्त पुलिस की टीम को इशारा कर दिया, कार्यालय के बाहर पहले से तैयार लोकायुक्त पुलिस की टीम ने कार्यालय में छापा मारा और वन रक्षक को पकड़ लिया।
रिश्वत मांगे जाने का प्रणाम मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस जबलपुर की टीम ने ट्रेप की योजना बनाई और आज 19 जून को तय समय से पहले कृषि विकास अधिकारी द्वारा बताये स्थान तिलक कॉलेज रोड, गुप्ता इंडस्ट्रीज के सामने कटनी पहुँच गई और छिप गई।
मामला बृजपुर उपतहसील अंतर्गत भसूड़ा ग्राम का है।
आवेदक चन्द्र कुमार ने आरोप लगाये कि उनकी माँ के नाम से कपिलधारा कूप स्वीकृत है उसकी राशि के लिए ग्राम पंचायत पट्कुई हनौता का सचिव उसे परेशान कर रहा है और 5000/- रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है।