फरियादी भूतपूर्व सैनिक राकेश सिंह सिकरवार ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि उसके प्लाट पर भवन निर्माण की अनुमति के लिए क्षेत्रीय अधिकारी उत्पल सिंह भदौरिया और आउट सोर्स कर्मचारी विवेक सिंह तोमर ने रिश्वत की मांग की थी जिसके बाद लोकायुक्त ने विवेक तोमर को गिरफ्तार कर लिया।
gwalior municipal corporation की खबरें
चार घंटे की बारिश में शहर में हालात ख़राब हो गए, सड़कों पर पानी भर गया, मुरार स्थित माधव राव सिंधिया जिला अस्पताल परिसर में पानी भर गया, यहाँ पहुंचे मरीज से लेकर स्टाफ तक इसी भरे हुए पानी में से निकलकर अस्पताल के अन्दर इलाज के लिए जाते रहे लेकिन किसी ने पानी को निकालने की तुरंत कोई व्यवस्था नहीं की, जब बारिश रुकी तब पानी अपने आप बहकर निकल गया तब कहीं मरीजों को राहत मिली।
बैठक मे शहर के विभिन्न मुक्तिधामों को व्यवस्थित करने, स्वच्छता के लिए निरंतर क्षेत्र में कार्य करने सहित अन्य बिन्दुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
ग्वालियर में नगर निगम की लापरवाही का एक बड़ा प्रमाण सामने आया है, कोर्ट के सख्त आदेश के बाद भी उसे धता बताते हुए सफाई ठेकेदार ने सफाईकर्मियों को सीवर चैंबर साफ़ करने के लिए नीचे उतार दिया, नीचे गया एक कर्मचारी जब वापस नहीं आया तो उसे देखने के लिए दूसरा कर्मचारी सीवर में उतरा फिर वो भी वापस नहीं आया।
बैंक प्रबंधन का रवैया देखकर सभापति श्री तोमर, अपर आयुक्त एवं उपायुक्त सहित हितग्रहियों ने कहा कि जब तक चैक नहीं मिल जाते तब तक वह बैंक में ही बैठे रहेंगे, इसी दौरान सभापति और अपर आयुक्त को बैंक में गंदगी दिखाई दी तो उन्होंने बैंक में पोछा लगाकर गांधीगिरी दिखाई और स्वच्छता का संदेश दिया।
सभापति मनोज तोमर कांग्रेस को घेरते दिखाई दिए, उन्होंने कहा कि शहर की पेयजल समस्या को भाजपा ने दूर किया है, पहले समस्या इतनी विकराल हुआ करती थी कि मटके फूटते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है, भाजपा ने जहाँ पेयजल की समस्या थी वहां टेंकरों से पानी पहुँचाया लेकिन अब हालात ये है कि कांग्रेस पार्षद को अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देना पड़ रहा है।
विवाह समारोह में सभी वर-वधु एवं उनके परिजनों ने स्वच्छता की शपथ भी ली। नगर निगम के सभापति मनोज तोमर ने शपथ दिलाते हुए कहा कि जिस प्रकार वह अपने जीवन साथी को दिए सात वचनों का जीवनभर पालन करते हैं, उसी प्रकार शहर को साफ व स्वच्छ रखने के लिए ली गई शपथ का भी पालन करें।
नगर निगम उपायुक्त अमरसत्य गुप्ता आज सफाई व्यवस्था के निरीक्षण पर थे उन्हें पड़ाव चौराहे पर गंदगी दिखाई दी, इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए डब्ल्यूएचओ का तीन दिन का वेतन काटने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कोई भी अधिकारी या कर्मचारी ये समझ ले कि साफ़ सफाई से समझौता स्वीकार नहीं होगा।
मप्र बिज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल ने कहा कि कमल नाथ सरकार ने गरीबों को उजाड़ दिया लेकिन वादे के मुताबिक पट्टे नहीं दिए, मगर मुझे ख़ुशी है कि भाजपा की सरकार बनने के बाद इन400 परिवारों को केदारपुर में पट्टे दिए हैं साथ ही हर परिवार को मकान बनाने के लिए ढाई ढाई लाख रुपये भी दिए हैं , कुल 18 करोड़ रुपये इन गरीबों के लिए शासन ने दिया है।
स्थानीय निवासियों ने कहा कि यहाँ सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं हैं चोरियां होने लगी है , लाईट चली जाये तो कैम्पस अँधेरे में डूब जाता है , जनरेटर रखे हैं लेकिन निगम ने उसमें डीजल नहीं डाला। इससे साफ पता चलता है कि ग्वालियर नगर निगम के अधिकारी पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान की छवि धूमिल करने का काम कर रहे हैं।