ज्योतिषों के अनुसार 59 दिनों के इस सावन महिने में एक साथ कई बड़े राजयोग का निर्माण होगा। शश योग, गजकेसरी योग, बुध व शुक्र के संयोग से लक्ष्मी नारायण योग और सूर्य व बुध की युति से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा, जो सभी राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव डालेंगे।
Shash rajyog की खबरें
Rajyog 2023 : शश राजयोग बनना कुंभ राशि के जातकों को लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। बहुत दिनों से रुके हुए थे वो बनने लगेंगे। पार्टनरशिप के काम में अच्छी सफलता मिल सकती है।
सूर्य पिता, ऊर्जा, शत्रुता, सरकारी कार्य और सम्मान को प्रकट करता है जबकि चंद्रमा माता, सफेद वस्तु, आयात व्यापार, दूध, सरोवर और तालाब को प्रकट करते है। मंगल भाई-बहन, सशस्त्र बल और पुलिस, शक्ति को प्रदर्शित करते हैं। ऐसे में इन तीन ग्रहों के अशुभ स्थिति होने पर व्यक्ति को अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।
शनि 4 नवंबर सुबह 8:28 तक कुंभ राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। इसके बाद मार्गी होंगे। अपनी खुद की राशि में वक्री अवस्था में गोचर करने के साथ शनि बलशाली हो जाते हैं और अन्य राशियों पर इनके प्रभाव सकारात्मक होते हैं। 17 जून को वक्री अवस्था में गोचर करने के साथ ही शनि केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण करेंगे। इस राजयोग से राशियों की किस्मत में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेंगे।
अगले हफ्ते शनि स्वराशि कुंभ में ही वक्री होने जा रहे हैं, जो कि बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है।चुंकी साल 2025 तक शनि कुंभ राशि में रहेंगे, इस संयोग को शश महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा।
जून में 3 राशियों के परिवर्तन के साथ ही कई महत्वपूर्ण योग और राजयोग का निर्माण हो रहा है। शनि एक तरफ वक्री अवस्था में गोचर कर शश, भद्र सहित मूल त्रिकोण राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सूर्य के गोचर से बुधादित्य राजयोग का निर्माण हो रहा है। सूर्य बुध की युति से बुधादित्य योग का निर्माण होता है। कुछ राशियों पर नवपंचम राजयोग के परिणाम उन्हें प्राप्त हो रहे हैं। इसी बीच 2 बड़े राजयोग से जातकों को लाभ मिलेगा।
17 जून से शनि वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। वक्री अवस्था में शनि के गोचर के साथ ही एक तरफ जहां वह केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण करेंगे। वहीं दूसरी तरफ जातकों को भद्र योग और शश राजयोग का भी लाभ मिलेगा। बुध के गोचर से भद्रा राजयोग का लाभ मिलेगा।
Astrology Dhan Rajyog 2023: किसी जातकों की कुंडली में बनने वाले ग्रह नक्षत्र की दशा से उनके गुण और दोष सहित योग का निर्माण होता है। कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलती है। इसके लिए कई ग्रह और उनके गोचर जिम्मेदार होते हैं। दूसरे व्यक्ति सफलता बड़ी आसानी से प्राप्त कर लेता है। इसके लिए एक निश्चित योग सफलता प्राप्त करने में सहायक होती है।
Shobhan Gajakesari Shash Rajyog : शश महापुरुष के साथ गजकेसरी योग इस राशि को धन लाभ दिलाएगा। आय के नए स्त्रोत खुलेंगे और कर्ज से राहत मिलेगी। वही बिजनेस और नौकरी में भी भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है।
Shash Mahapurush Rajyoga 2023 : यदि आपकी कुंडली में शनि लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शनि यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में तुला, मकर अथवा कुंभ राशि में स्थित है तो यह शश योग बनता है।