मध्यप्रदेश को भारत का दिल कहा जाता हैं। ये पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। दूर-दूर से पर्यटक एमपी टूरिज्म की प्रसिद्ध जगहों का दीदार करने के लिए आते हैं।
मध्यप्रदेश लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं। इन दिनों ये सबसे ज्यादा पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। सबसे ज्यादा लोग एमपी में घूमने के लिए और स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए आ रहे हैं।
महेश्वर भगवान शिव जी को समर्पित एक छोटा शहर है। नर्मदा नदी के तट पर महेश्वर स्थित है। यहां जाने के बाद आप वहां की खूबसूरती में डूब जाएंगे। महेश्वर प्राचीन में मालवा साम्राज्य की रानी अहिल्याबाई के होल्कर राज्य की राजधानी थी।
मध्यप्रदेश देशभर में नोटों की छपाई करने वाले राज्यों में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। जी हां, एमपी का देवास शहर नोटों की छपाई के लिए जाना जाता है। वैसे तो देवास कई मायनो में खास है।
इंदौर के कांच मंदिर (Sheesh Mahal) का निर्माण ईरान और जयपुर के कारीगरों द्वारा किया गया है। शहर के बड़े कपड़ा व्यापारी सेठ हुकुमचंद द्वारा इसकी स्थापना 1903 में करवाई गई थी।
एमपी के भोपाल से करीब 58 किलोमीटर दूर 20 गुफाओं से मिलकर कर बनाई गई उदयगिरि गुफा के बारे में बताने जा रहे हैं। आप भोपाल से सिर्फ 90 मिनिट में यहां पहुंच सकते हैं। ये 20 गुप्त-युग और मठों से मिलाकर बनाई गई है।
रायसेन फोर्ट को साल 1200 ईस्वी में बना कर तैयार किया गया था। ये किला पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। इस किले की वास्तु कला देखने लायक है। जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। इस किले से जुड़ी कई कहानियां भी है।
भोपाल को नवाबों के शहर के नाम से जाना जाता है। इतना ही नहीं यह बेगमों के शासन काल के लिए भी प्रसिद्ध है। शहर में कई मौजूद महल और बेगमों के दौर की कई कहानियां है।
इस महल को खंडवा की बेटी और संस्कारधानी जबलपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी व साहित्यकार सेठ गोविंद दास की मां पार्वती बाई ने बनवाया था। पार्वती बाई ने कन्यादान की रस्म में चांदी के सिक्कों के रूप में मिले स्त्री धन से इस महल का निर्माण…
एमपी टूरिज्म में लोग भोपाल और उसके आसपास की जगहों की सैर करने सबसे ज्यादा आते हैं। वैसे तो इन दिनों मध्यप्रदेश पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। यहां सबसे ज्यादा पर्यटक घूमने के लिए और भोपाल को एक्स्प्लोर करने के लिए आ रहे हैं।