सिंधिया ने कहा, मैं तो ये मानता हूँ कि जो वादे जनता से किये जाये और फिर उन्हें नहीं निभाया जाये तो इससे बड़ा विश्वासघात नहीं हो सकता हैं, सिंधिया ने कहा कि शिवराज जी के नेतृत्व में ग्वालियर का काया पलट हो रहा है जो कल्पना किसी ने नहीं की थी वो योजनायें धरातल पर उतर रहीं हैं।
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सिंधिया ने कल बुधवार को ग्वालियर में कांग्रेसियों के बीच हुई हाथापाई, मारपीट पर तंज कसते हुए कहा कि जिस कांग्रेस ने 15 महीने की सरकार में प्रदेश की जनता पर लाठियां बरसाई थी , कर्जा माफ़ी के नाम पर विश्वासघात किया, बेरोजगारी भत्ते के नाम पर विश्वासघात किया, संबल जैसी भाजपा की कई कल्याणकारी योजनाओं को बंद किया आज अपने आप में ही लाठियां बरसा रही है, ग्वालियर का द्रश्य देख लीजिये और फिर उस आधार पर आगे फैसला लीजिये।
बैजनाथ सिंह यादव के कांग्रेस में पुनः वापसी होने पर कोलारस विधानसभा की राजनीति की दिशा बदल गई है। बैजनाथ की वापसी पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया की प्रतिष्ठा पर तो आंच आई है साथ ही पूर्व विधायक महेन्द्र रामसिंह यादव के टिकट पर संकट के बादल छा गए हैं।
सिंधिया ने कहा कि गौशाला में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रखी जायेगी, आने वाले समय में गौशाला का ऐसा स्वरूप होगा कि लोग यहां पर देखने आएंगे और कहेंगे गौमाता का गौकुल लाल टिपारा ग्वालियर गौशाला। उन्होंने कहा कि लोग यहां प्रशिक्षण लेने और गौपालन सीखने आयें यही मेरा संकल्प है।
मीडिया ने जब सिंधिया से ग्वालियर दक्षिण के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक द्वारा उन्हें लिखे गए एक पत्र के बारे में सवाल किया तो वे उसे अनसुना करते हुए वहां से निकल गए। बता दें कि प्रवीण पाठक ने जय विलास पैलेस परिसर में कई दशकों से संचालित सरस्वती शिशु मंदिर को खाली कराए जाने के आदेश पर पुनर्विचार करने की अपील सिंधिया से की है।
सिंधिया ने क्षेत्र के लोगों को देखा तो गाड़ी को रोक दिया, लोग अपने महाराज का स्वागत करने लगे, केंद्रीय मंत्री अपने पुराने लोकसभा क्षेत्र की जनता से मिल कर अभिभूत व भावुक हो गए , उन्होंने जनता से पूछा आप सब लोग ठीक हो? जवाब में हाँ उत्तर सुनने के बाद सिंधिया ने भावुक होते हुए कहा आप सभी की याद बहुत आती है।
दिग्विजय सिंह के मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के दावे को लेकर ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि हसीन सपने दिन में देखे जा सकते हैं इन्हें कौन रोक सकता है? दिग्विजय सिंह के कारण साल 2003 में कांग्रेस और प्रदेश का बंटाधार किया ऐसी ही बयानबाजी के कारण 20 साल से मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता से बाहर है।
सिंधिया से भयभीत हैं दिग्विजय, उन्हें सोते-जाते सिंधिया ही दिखते हैं
युवाओं से संपर्क बनाने के लिए स्पोर्ट्स एक जरुरी माध्यम है।
ग्वालियर, अतुल सक्सेना। आजादी के बाद देश में मौजूद रियासतों के विलय हो गया था, सिंधिया (Scindia) रियासत भी इसमें…