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ज्योतिष के मुताबिक, जब भी 2 ग्रह एक दूसरे से त्रिकोण भाव में स्थित हो तो नवपंचम योग का निर्माण होता है ।नवपंचम योग तब बनता है जब दो ग्रहों के बीच की दूरी 120 डिग्री हो।

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विपरीत राजयोग कर्क राशि के जातकों के लिए लकी साबित होगा।यह राजयोग अनुकूल परिणाम देने वाला रहेगा।निवेश और निर्यात-आयात उद्यमों में सफलता का अनुभव देगा।

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Hans Rajyog 2023 : इस योग से सुख-समृद्धि संपत्ति सहित आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही धन संपत्ति प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। पहले घर में गुरु के रहने से भद्र योग का निर्माण होता है जबकि चौथे भाव में इस योग का निर्माण करने के साथ ही प्रभुत्व वाले पद की प्राप्ति होती है। वैवाहिक सुख मिलने के साथ ही धार्मिक पत्नी और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के योग बनते हैं। इतना ही नहीं जातक व्यवसाय में अच्छे परिणाम हासिल करता है।

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ग्रहों के राजकुमार बुध को विश्लेषणात्मक क्षमता, भाषण संचार, कौशल प्रबंधन, तकनीक, लेखन क्षमता लचीलापन, अच्छे स्वास्थ्य सहित कौशल प्रतिभा के धनी, चीजों से संबंधित ग्रह माना जाता है। प्रथम, चतुर्थ, सातवें और दसवें भाव में बुध कुंडली में अपनी खुद की राशि मिथुन और कन्या राशि में विराजमान होते हैं, तब राजयोग का निर्माण होता है।

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इसी बीच मिथुन राशि में सूर्य और बुध की युति देखने को मिल रही है। सूर्य और बुध की युति से एक तरफ जहां मिथुन राशि को बुद्धादित्य राजयोग का लाभ मिल रहा है। दूसरी तरफ विशेष राजयोग का निर्माण हो रहा है। जिसका लाभ 4 राशियों के जातकों को मिलेगा।

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वैदिक ज्योतिष में कई तरह के राजयोग का निर्माण बताया गया है। हालांकि एक राजयोग ऐसा है जो राजयोग ना होकर भी राजयोग के सामान्य जातकों के जीवन में फल देता है। ऐसे ही राजयोग का नाम है विपरीत राजयोग। जिस व्यक्ति की कुंडली में विपरीत राजयोग का निर्माण होता है, उन्हें सफलता मिलती है। साथ ही प्रतिष्ठा पद सम्मान में वृद्धि होती है।

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Hans Rajyog : गुरु को शिक्षा और ज्ञान का कारक माना जाता है। इसके साथ ही धार्मिक कार्य, सफलता, संस्कृति और व्यापार विस्तार में भी गुरु की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है। नौकरी, पदोन्नति इंक्रीमेंट सहित कार्यस्थल के लिए भी गुरु प्रभावी होते हैं। गुरु एक बेहद ही शुभ ग्रह माने जाते हैं। ऐसे में इस से बनने वाले योग भी बेहद शुभ होते हैं।

Surya Gochar 2023 : ग्रहों के राजा 'सूर्य' 15 जून को मिथुन में करेंगे प्रवेश, बनेगा खास राजयोग, तुला सहित 5 राशियों को प्रतिष्ठा, नौकरी, वैभव, संपत्ति, शिक्षा लाभ, सफलता

सौरमंडल के राजा सूर्य 15 जून को मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। मिथुन को बुध की राशि माना जाता है। सूर्य का गोचर 15 जून को सुबह 6:17 पर होगा। 15 जून से लेकर 16 जुलाई तक सूर्य मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे। इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेंगे।

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ग्रहों का गोचर कई जातकों के लिए महत्वपूर्ण परिणाम लेकर आने वाला है। वही अशुभ प्रभाव होने की वजह से कई जातकों को परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। 30 मई को शुक्र देव कर्क राशि में गोचर करेंगे। मई मास के अंत में हो रहे गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक रूप से पड़ेगा। हालांकि चार राशियों को इस दौरान बेहद लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।

Surya Gochar 2023 : ग्रहों के राजा 'सूर्य' 15 मई को वृषभ राशि में करेंगे गोचर, सालों बाद 3 महत्वपूर्ण राजयोग का निर्माण, 3 राशियों को गौरव, सम्मान, ऊर्जा और नौकरी लाभ

वैदिक ज्योतिष में सूर्य को प्रकाश का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। वही सूर्य आत्मा, अहंकार के कारक माने जाते हैं। कुंडली में सूर्य की स्थिति शुरू होने पर जीवन में सुख समृद्धि आती है। इसके साथ ही नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होती है साथ ही आत्मविश्वास के साथ समृद्धि का भी लाभ मिलता है।