उज्जैन में बनाए जा रहे महालोक की दीवारों पर अब उज्जैन की संस्कृति और इतिहास को गौरव गाथा उकेरी जाएगी। आने वाले पर्यटक उज्जैन के इतिहास से रूबरू हो सकेंगे।
Mahakal Lok की खबरें
कोरिडोर निर्माण में हुए व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त को किये जाने पर भी कोई कार्यवाही नही की जाती है। जिससे लोकायुक्त की भूमिका भी संदिग्ध हो गई है।
साधु संतों का कहना है कि कांग्रेस को इस तरह से सनातन धर्म का मजाक नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कोर्ट की शरण में जाने की बात कही है।
बजरंगवली के भक्त कमलनाथ की सेवा से प्रसन्न होकर पवन पुत्र हनुमान जी ने हवा चलाकर कर सारी सच्चाई उजागर कर दी।
लोकायुक्त संगठन के चीफ इंजीनियर एनएस जौहरी ने उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (ईडी) को चिट्ठी लिखकर मूर्तियों का टेंडर, एग्रीमेंट और वर्क ऑर्डर की मूल कॉपी मांगी है।
जो भक्त बाबा महाकाल के भस्म आरती देखना चाहते हैं लेकिन टिकट न मिलने के चलते वंचित रह जाते हैं। उनके लिए महाकाल लोक में 3D तकनीक के जरिए वर्चुअल भस्म आरती की सुविधा उपलब्ध है।
इससे पहले उज्जैन के महाकाल लोक में खंडित हुई सप्तर्षियों की मूर्तियों पर कांग्रेस ने बड़े भ्रष्टाचार की बात कही थी। वहीं प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भ्रष्टाचार की बात को सिरे से नकार दिया है। मंत्री सिंह का कहना है कि तेज आंधी और बवंडर की वजह से मूर्तियां खंडित हुई है इसमें किसी भी तरह के भ्रष्टाचार शामिल नहीं है। इधर लोकायुक्त ने स्वत संज्ञान लेते हुए केस की जांच शुरू की है। लोकायुक्त द्वारा जांच के दायरे में पांच महत्वपूर्ण सवाल भी पूछे गए हैं।
महाकालेश्वर विस्तारीकरण के कार्यों में 395 करोड़ के काम हो चुके हैं और 778 करोड़ के काम धरातल पर उतारे जा रहे हैं।
पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में गुजरात के ठेकेदारों को काम देकर उन्हें उपकृत किया जा रहा है और मालामाल किया जा रहा है क्या मध्य प्रदेश की निर्माण एजेंसियां और ठेकेदार सब बेकार हो गए हैं? उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार का संरक्षण हैं नहीं तो अब तक महाकाल महालोक मामले में एक्शन ले लिया जाता।
अब इस नुकसान पर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर संजय पटेल का कहना है कि मूर्तियाँ ऊंचाई पर लगी थी, तेज हवा ने बवंडर का रूप ले लिया जिससे मूर्ति के अन्दर का स्ट्रक्चर टूट गया , ये मूर्तियाँ फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (FRP) से बनी हुई थी इसमें अन्दर माइल्ड स्टील का उपयोग हुआ था, तेज हवा से जॉइंट्स ढीले पड़ गए होंगे ।