2026 तक 300 अरब डालर के इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद बनाएगा भारत, लाएंगे डिजिटल इंडिया एक्ट
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत वैश्विक इलेक्ट्रानिक्स सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और 2026 तक 300 अरब डालर के इलेक्ट्रानिक उत्पादों का निर्माण करेगा।
Rajiv Chandrashekhar : इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दृष्टिकोण रखा है कि भारत ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री का हवाला देते हुए कहा कि भारत 2026 तक 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब साढ़े 24 लाख करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का निर्माण करेगा। वहीं अगले साल से मोबाइल फोन निर्यात, भारत की टॉप 10 कैटेगरी में शामिल हो जाएगा। Rajiv Chandrashekhar
बुनियादी दृष्टि और नीतिगत ढांचे की बदौलत ग्लोबल ब्रांड्स अब भारत को वैश्विक मैन्यूफैक्चरिंग स्थान के तौर पर तलाश रहे हैं। भारत में बहुत जल्द डिजाइन, पैकेजिंग, फैब्रिकेशन और मैन्यूफैक्चरिंग सहित एक व्यापक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम स्थापित किया जाएगा। हम आधुनिक कानूनों का एक फ्रेमवर्क तैयार कर रहे हैं और भारत इनोवेशन के लिए ग्लोबल हब बन रहा है। हमारे स्टार्ट-अप के लिए सक्षम वातावरण में से एक नीतियों का आधुनिक ढांचा है। हम जल्द ही डिजिटल इंडिया एक्ट पेश करेंगे।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, कि “ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन के मामले में प्रधानमंत्री ने बहुत स्पष्ट दृष्टिकोण रखा है। उनका मानना है कि भारत ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होगा। उन्होंने लक्ष्य रखा है कि भारत 2026 तक 300 अरब डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग करेगा। अंतर्निहित दृष्टि और नीतिगत एक ढांचा है जो ग्लोबल ब्रांड्स में बदलाव कर रहा है और उन्हें भारत को एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में देखने के लिए प्रेरित कर रहा है।”
भारत में बनेगा व्यापक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि पीएम मोदी के पास इलेक्ट्रॉनिक इकोसिस्टम को व्यापक बनाने का विजन है। और कहा कि बहुत जल्द डिजाइन, पैकेजिंग, फैब्रिकेशन और मैन्युफैक्चरिंग सहित एक व्यापक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम भारत में स्थापित किया जाएगा।
जल्द लाएंगे डिजिटल इंडिया अधिनियम
उन्होंने कहा कि हम आधुनिक कानूनों का एक ढांचा तैयार कर रहे हैं और भारत इनोवेशन के लिए एक ग्लोबल हब बन रहा है। हमारे यहां स्टार्टअप के लिए सक्षम वातावरण और नीतियों का एक आधुनिक ढांचा है। हम जल्द ही डिजिटल इंडिया अधिनियम लाएंगे।