माइक्रोसॉफ्ट ने 2 मई 2025 को बड़ा ऐलान किया। कंपनी ने नए अकाउंट्स से पासवर्ड को पूरी तरह हटा दिया। अब यूजर्स को लॉगिन करने के लिए पुराने तरीके की जरूरत नहीं होगी। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि नए सिस्टम से अकाउंट ज्यादा सेफ रहेंगे और लॉगिन करना भी आसान हो जाएगा।
कंपनी ने पासवर्ड की जगह कुछ नए तरीके पेश किए। अब यूजर्स माइक्रोसॉफ्ट ऑथेंटिकेटर ऐप, विंडोज हैलो या फिजिकल सिक्योरिटी कीज से लॉगिन कर सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट ऑथेंटिकेटर ऐप में फोन पर एक नोटिफिकेशन आएगा, जिसे अप्रूव करके लॉगिन होगा। विंडोज हैलो में चेहरे की पहचान या फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल होता है। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि ये तरीके हैकिंग से बचाने में ज्यादा बेहतर हैं।

पासवर्ड हटाने की वजह और इसके फायदे
पासवर्ड हटाने की बड़ी वजह है सिक्योरिटी। माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक, हर साल 60% से ज्यादा साइबर अटैक पासवर्ड चुराने की वजह से होते हैं। हैकर्स फिशिंग और क्रेडेंशियल स्टफिंग जैसे तरीकों से अकाउंट हैक कर लेते हैं। नए सिस्टम में हर बार लॉगिन के लिए एक अलग कोड या डिवाइस चाहिए, जिससे हैकिंग मुश्किल हो जाती है। ये तरीके तेज भी हैं, क्योंकि पासवर्ड टाइप करने या भूलने की टेंशन खत्म हो जाती है। माइक्रोसॉफ्ट का दावा है कि इस सिस्टम से अकाउंट हैक होने का खतरा 99.9% तक कम हो जाता है।
नए लॉगिन तरीके कैसे इस्तेमाल करें?
नए लॉगिन तरीके इस्तेमाल करना आसान है। सबसे पहले माइक्रोसॉफ्ट ऑथेंटिकेटर ऐप डाउनलोड करें और अपने अकाउंट को लिंक करें। लॉगिन करते वक्त फोन पर एक नोटिफिकेशन आएगा, उसे अप्रूव करें। अगर लैपटॉप यूज करते हैं, तो विंडोज हैलो में चेहरे की पहचान या फिंगरप्रिंट सेट करें। फिजिकल सिक्योरिटी कीज एक छोटा डिवाइस है, जिसे USB से कनेक्ट करना होता है। पुराने अकाउंट्स वाले भी सेटिंग में जाकर पासवर्ड हटा सकते हैं। बस ‘पासवर्डलेस अकाउंट’ ऑप्शन चुनें और स्टेप्स फॉलो करें। ये सिस्टम यूजर्स को सेफ्टी के साथ-साथ आसानी भी देता है।