अगर आपके पास हाई-स्पीड इंटरनेट प्लान है लेकिन स्पीड उम्मीद से बहुत कम मिल रही है, तो आपकी गलती इंटरनेट कंपनी की नहीं, आपके Wi-Fi सेटअप की हो सकती है। भारत में ज्यादातर लोग राउटर को कहीं भी रख देते हैं, बिना यह जाने कि उसकी लोकेशन, बैंड और सेटिंग कितनी बड़ी भूमिका निभाती है। Wi-Fi राउटर से जुड़ी कुछ आदतें बदलकर आप इंटरनेट की स्पीड और कवरेज दोनों में जबरदस्त सुधार कर सकते हैं।
Wi-Fi राउटर को सही जगह पर रखना सबसे जरूरी कदम है। अधिकतर लोग इसे कमरे के किसी कोने में या फर्श पर रख देते हैं, जहां से सिग्नल दीवारों, फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से टकराकर कमजोर हो जाते हैं। राउटर को हमेशा घर के सेंटर प्वाइंट यानी जहां से सभी कमरे बराबर दूरी पर हों वहां रखें। जैसे ड्रॉइंग रूम या हॉल का सेंटर। इससे सिग्नल सभी दिशाओं में समान रूप से फैलता है और घर के हर कोने में बेहतर स्पीड मिलती है। साथ ही, राउटर को जमीन से कम से कम 4-5 फीट ऊपर रखना चाहिए।

Wi-Fi सिंगल बैंड राउटर
Wi-Fi सिंगल बैंड राउटर अक्सर स्पीड और रेंज दोनों में लिमिटेड होते हैं। ड्यूल बैंड राउटर (2.4GHz + 5GHz) आपको यह विकल्प देता है कि आप अपने डिवाइस को हाई-स्पीड 5GHz नेटवर्क से कनेक्ट करें। खासकर जब आप ऑनलाइन गेम खेलते हैं या 4K वीडियो स्ट्रीम करते हैं, तो 5GHz नेटवर्क पर शिफ्ट होना बेहद फायदेमंद होता है। वहीं अगर आपका घर बड़ा है और एक राउटर की रेंज पूरे घर को कवर नहीं कर पा रही, तो Mesh Wi-Fi टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। इससे पूरे घर में एक जैसी और मजबूत स्पीड मिलेगी चाहे आप किसी भी फ्लोर पर हों।
ये तीन बेसिक टिप्स अपनाएं
राउटर को हर 3-4 दिन में एक बार रीस्टार्ट करें यह डिवाइस को रीफ्रेश करता है और बैकग्राउंड में फंसी प्रॉसेसेस क्लियर होती हैं। WPS और WAN पोर्ट की समझ रखें WPS बटन से गेस्ट डिवाइस बिना पासवर्ड जोड़ सकते हैं, लेकिन इसे पब्लिकली न रखें। WAN पोर्ट (नीला) इंटरनेट की मुख्य लाइन है, इसे केवल जरूरत पर ही छुएं। धूल और गर्मी से बचाएं राउटर को साफ और हवादार जगह पर रखें। ज्यादा गर्मी से नेटवर्क स्लो हो सकता है।