किसी ने WhatsApp या Facebook पर धमकी दी तो क्या करें? यहाँ करें शिकायत, जानें कानूनी कार्रवाई का प्रावधान 

व्हाट्सऐप, फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया पर धमकी मिलने पर डरे नहीं बल्कि इनका सामना करें। आइए जानें आप कानूनी मदद कैसे ले सकते हैं और कहाँ शिकायत दर्ज करवा सकते हैं?

सोशल मीडिया आज के दौर में सोशल मीडिया लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। दोस्तों और परिजनों को साथ लाने के साथ-साथ इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप, फेसबुक और अन्य प्लेटफॉर्म कमाई का जरिया भी बन चुके हैं। इसके माध्यम से लोग अपनी बातें और भावनाओं को भी साझा कर सकते हैं। मॉडर्न वर्ल्ड में मानो कुछ भी पर्सनल नहीं बचा। विकास के साथ-साथ धोखाखड़ी और साइबर अपराध के मामले भी बढ़ रहे हैं। डीपफेक वीडियो, फर्जी फोटो, फेक इनकम टैक्स और पुलिस अधिकारी बनकर लोगों के साथ फ्रॉड और ब्लैकमेलिंग के कई मामले भी सामने आए हैं। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी होता है।

यदि आपको WhatsApp, फेसबुक या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धमकी मिलती है, तो आप कई कदम उठा सकते हैं। ऐसी स्थिति में डरने से बजाए सोच-समझ कोई भी फैसला लें। घबराएं नहीं बल्कि कोई ठोस कदम उठाएं। यदि ब्लैकमेलर्स पैसों की माँग करें तो भुगतान न करें। जिस नंबर या आईडी से धमकी भरा मैसेज आया है, उसे ब्लॉक करें। प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट या ब्लॉक करने की सुविधा मिलती है। यूजर्स इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।  यूजर्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से कानूनी कार्रवाई भी कर सकते हैं।

ऐप पर कैसे करें रिपोर्ट? (Online Threats)

  • व्हाट्सऐप पर चैटबॉक्स को खोलें। ऊपर दाहिने तरह “तीन डॉट” के विकल्प पर क्लिक करें। मेन्यू में “Report/Block” के ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • फेसबुक पर रिपोर्ट करने के लिए पोस्ट के ऊपर दाहिने तरफ “रिपोर्ट पोस्ट” और “रिपोर्ट फोटो” का ऑप्शन दिखेगा। जरूरत के हिसाब किसी भी ऑप्शन पर क्लिक करें।

कैसे करें कानूनी कार्रवाई?

  • नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर जाकर उपयोगकर्ता शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। पोर्टल पर महिला/बच्चे, वित्तीय फ्रॉड और अन्य साइबर क्राइम मामले के लिए अलग-अलग पोर्टल उपलब्ध होते हैं। धमकी के हिसाब किसी भी विकल्प पर जाएँ और “File Complaint” के ऑप्शन पर क्लिक करें। पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  • हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कॉल कर सकते हैं।
  • स्थानीय पुलिस स्टेशन जाकर भारतीय दंड संहिता और आईटी एक्ट 2000 के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा शहर में स्थित साइबर क्राइम सेल में जाकर भी मामले की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

जरूर रखें इन बातों का ख्याल?

शिकायत दर्ज करवाते समय आपको सबूत की जरूरत पड़ेगी। संदिग्ध व्यक्ति की पहचान के लिए फोटोग्राफ या अन्य दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। इसलिए मैसेज/पोस्ट/फोटो प्रोफाइल  का स्क्रीनशॉट लें। इसमें टाइम और कॉन्टैक्ट डिटेल दिखना चाहिए। मोबाइल नंबर और यूजरनेम को नोट करना न भूलें। जरूरत पड़ने पर योग्य वकील से बातचीत भी कर सकते हैं।


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Manisha Kumari Pandey

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पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

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