जल संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकारें आम जन के लिए तत्पर तो हैं मगर स्थानीय जिम्मेदार इनके लिए अभिशाप बन गये हैं, पानी व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है परंतु जिम्मेदार सरपंच ही पानी में अपनी सहभागिता निभाने की बजाए अड़ंगा बन रही हैं, सरपंच ने सरकारी हैंडपंप को ही अपनी जागीर समझकर घर के अंदर कर लिया और अब ग्रामीण पानी के लिए परेशान हैं, उन्होंने सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायतें की हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
करकेली जनपद के ग्राम पंचायत दुब्बार के जिस मोहल्ले की ये बात है उसमें केवल एक ही हैंडपंप है जो क्षेत्रीय लोगों की प्यास बुझाता है और उनके दैनिक उपयोग के पानी की जरुरत पूरी करता है लेकिन कुछ दिन पहले ही चुनकर आई महिला सरपंच के पति की दबंगई ने क्षेत्र में पानी की समस्या खड़ी कर दी है।
CM helpline में 8 बार शिकायत नतीजा, अब तक शून्य
ग्रामीणों की शिकायत है कि सरपंच पति ने अपने घर के पास लगे सार्वजनिक हैंडपंप को बाउंड्रीवॉल करते हुए अंदर कर लिया है, जिसके बाद पानी की समस्या मुंह बाए खड़ी है, इस समस्त से निजात पाने के लिए महीनों से ग्रामीण शिकायत कर रहें हैं, यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन में 8 बार शिकायत हो चुकी है, जिस पर कार्यवाही तो दूर उल्टे सरपंच ने शिकायतकर्ताओं के घरों पर लगा नल जल का कनेक्शन ही कटवा दिया।
समस्या निपटाने में अधिकारी नहीं दिखा रहे रुचि
शिकायतकर्ताओं की मानें तो सीएम हेल्पलाइन की शिकायत का निराकरण करने पहुंचे अधिकारी भी सरपंच का कुछ नहीं कर सके हैं और पानी के लिए ग्रामीण हलाकान और परेशान हैं, उनका कहना है कि 181 पर शिकायत करने के बाद भी जिला पंचायत के अधिकारी सरपंच के दबाव में कोई एक्शन नहीं ले रहे।
CEO बोले किस आधार पर हैंडपंप घर में किया, जाँच होगी
हालाँकि जब बात मीडिया के माध्यम से अफसरों तक पहुंची तो अब सीईओ उमरिया अभय सिंह ओहरिया का कहना है कि मेरे संज्ञान में ये बात आप लोगों के माध्यम से ही आई है मैं मालूम करता हूँ कि किस आधार पर हैण्डपंप घर के अन्दर किया गया है, जाँच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
उमरिया से ब्रजेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट





