उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा के मुरादाबाद दौरे के दौरान कार्यक्रम में अचानक बिजली गुल हो गई। 10 मिनट की इस कटौती पर मंत्री ने मंच से ही नाराजगी जाहिर की, जिसके बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
निलंबित किए गए अधिकारियों में मुख्य अभियंता अरविंद सिंघल, अधीक्षण अभियंता सुनील अग्रवाल, अधिशासी अभियंता प्रिंस गौतम, एसडीओ राणा प्रताप और जेई ललित कुमार शामिल हैं। शनिवार को गांधी पार्क में मंत्री के कार्यक्रम के दौरान यह घटना हुई। तकनीकी गड़बड़ी की वजह से बिजली गुल हो गई थी।
‘लालटेन युग’ को लेकर सफाई
बिहार चुनाव को लेकर अपने बयान पर उठे विवाद के बाद नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मीडिया में उनके बयान को आधा-अधूरा दिखाया गया, जिससे भ्रम की स्थिति बनी। एके शर्मा ने कहा
“मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना का स्वागत किया था। लेकिन यह भी कहा कि अगर लालटेन युग वापस आया। तो बिजली की उम्मीद कैसे की जा सकती है। मेरा मतलब था कि अगर लालटेन को जिताया गया, तो बिजली का स्थान नहीं रहेगा।”
उन्होंने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में बिहार में अच्छा काम हुआ है। और लालटेन युग में वापसी जनता नहीं चाहेगी।
पूर्ववर्ती सरकारों ने की उपेक्षा
एके शर्मा ने कांवड़ यात्रा को लेकर भी विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा और अन्य दलों की सरकारों ने न सिर्फ कांवड़ यात्रा बल्कि भारतीय संस्कृति से जुड़े कई उत्सवों की उपेक्षा की।
“कांवड़ यात्रा कोई नई परंपरा नहीं है, लेकिन पहले की सरकारों ने इसे कभी तवज्जो नहीं दी। भाजपा सरकार इसे समर्पण और सुरक्षा के साथ संचालित कर रही है।”
‘प्रोजेक्ट जटायु’
नगर विकास मंत्री ने मुरादाबाद सर्किट हाउस में ‘प्रोजेक्ट जटायु’ की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल की अगुवाई में एक पुराने वाहन को मॉडिफाई कर मोबाइल कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसमें टीवी स्क्रीन, ड्रोन कैमरे और निगरानी सिस्टम लगाए गए हैं, जो सीधे कंट्रोल सेंटर से जुड़े हैं। इसके जरिए कांवड़ यात्रा के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। मंत्री ने कहा कि यह मॉडल अब प्रदेश के अन्य नगर निगमों में भी लागू किया जाएगा।





