समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तीन करोड़ वोट कटने जा रहे हैं। इसी के साथ सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि जो लोग सीधे-सीधे NRC नहीं कर पाए, वो अब एसआईआर के माध्यम से एनआरसी करा रहे हैं।
बता दें कि चुनाव आयोग ने 11 दिसंबर को यूपी सहित कई राज्यों में SIR की समय सीमा बढ़ाई है। अब यूपी में फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 26 दिसंबर और ड्राफ्ट सूची प्रकाशन 31 दिसंबर तक कर दिया गया है। दावे-आपत्तियों की सुनवाई के बाद अंतिम सूची 28 फरवरी को प्रकाशित होगी। इस बीच समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।
एसआईआर को लेकर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया वोट जोड़ने के बजाय वोट काटने के लिए इस्तेमाल की जा रही है। अखिलेश यादव ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि “यह SIR की आड़ में NRC” है। उन्होंने दावा किया कि यूपी में एसआईआर प्रक्रिया में तीन करोड़ से अधिक वोट काटे जा रहे हैं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में भी 2 लाख से ज्यादा वोट काटे जाने का आरोप लगाया है।
एसआईआर की आड़ में एनआरसी का आरोप
अखिलेश यादव ने हैदराबाद में एएनआई से बात करते हुए कहा है कि “बिहार में एसआईआर शुरू हुआ तो सभी दलों ने विरोध किया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया फिर फिर कुछ निर्देशों के बाद इसे स्वीकार किया गया। लेकिन एसआईआर वोट जोड़ने के लिए होना चाहिए, काटने के लिए नहीं। जहां बीजेपी हारती है, वहां वोट कटवा दिए जाते हैं। उन्होंने बड़ा आरोप लगाया कि जब NRC लागू नहीं कर पाए तो वो काम अब SIR के माध्यम से कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि आधार कार्ड को वोटर लिस्ट से क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है। बीजेपी की नीयत पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि डिटेंशन सेंटर क्यों बनाए जा रहे। यह चुनाव आयोग बना रहा है या बीजेपी बना रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि अच्छा इलेक्शन वो होता है जहां सबको वोट डालने का मौका मिला। लेकिन यहां एसआईआर प्रक्रिया के माध्यम से वोट काटे जा रहे हैं।





