संसद के भीतर ऑपरेशन सिंदूर पर हो रही चर्चा के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मैनपुरी सांसद अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हम पहलगाम पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक पुलवामा हमले की सच्चाई देश के सामने क्यों नहीं आई? आखिर आतंकवादी घटनाएं सिर्फ भाजपा की सरकार में ही क्यों हो रही हैं?
अखिलेश यादव ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में सेना के जवानों ने अद्भुत साहस और पराक्रम का परिचय दिया। उन्होंने कहा,
“जिन हालातों में सैनिकों ने मुकाबला किया, अगर उन्हें पूरा मौका मिलता तो शायद वो पीओके भी ले लेते।”
आतंकी कहां गए?
सपा प्रमुख ने सवाल उठाया कि पहलगाम की घटना में जो आतंकी शामिल थे, वो कहां हैं? उनका कोई सुराग क्यों नहीं है? अखिलेश ने कहा कि अगर सरकार के पास आतंकी हमलों की इनपुट थी, तो फिर जवान शहीद क्यों हुए? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सुरक्षा मुद्दों का इस्तेमाल वोटों की राजनीति के लिए कर रही है।
चीन से ज्यादा खतरा
अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा,
“पाकिस्तान से ज्यादा खतरा हमें चीन से है। सरकार चीन के खिलाफ ठोस नीति नहीं बना पा रही है। जब हमें जरूरत थी, कोई देश हमारे साथ नहीं खड़ा हुआ।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत चीन के साथ कारोबार बढ़ा रहा है, जबकि चीन की हरकतें साफ तौर पर हमारे खिलाफ हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को एक 10 साल की योजना बनाकर तय करना चाहिए कि वह चीन से सामान नहीं खरीदेगा। ये एकदम से नहीं हो सकता, लेकिन अगले 10 साल में हमें चीन से आयात पूरी तरह बंद करने की तैयारी करनी चाहिए।
सरकार को चाहिए हिम्मत
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता सरकार की बात मानेगी, लेकिन सरकार को पहले खुद फैसला लेना होगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि मौजूदा सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से असफल रही है।





