समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने भाजपा सरकार को ‘युवा विरोधी’ करार देते हुए कहा कि साजिश के तहत सभी विभागों का निजीकरण कर नौकरियों को संविदा और आउटसोर्सिंग के हवाले कर दिया गया है। इससे प्रदेश के नौजवानों की जिंदगी अंधकारमय हो गई है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया
“भाजपा ने छात्रों और युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। आज उनके पास न नौकरी है, न रोजगार। बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपकर युवाओं को आरक्षण और स्थायी नौकरी से वंचित किया जा रहा है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा सरकार के पास युवाओं के भविष्य को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं है। उन्होंने कहा,
“हर विभाग में बड़ी संख्या में पद खाली हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया ठप है। भाजपा ने सिर्फ झूठे सपने दिखाए हैं। इन्वेस्टमेंट समिट में लाखों नौकरियों का दावा किया गया, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं दिख रहा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा समाज में नफरत और भेदभाव फैलाने में जुटी है, ताकि असली मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके।
सपा सांसद अवधेश प्रसाद का पलटवार
फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी भाजपा पर कांवड़ यात्रा को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर समाज में ज़हर घोल रही है, जबकि सपा सरकार के वक्त सभी धर्मों के लोग मिल-जुलकर त्योहार और यात्राएं मनाते थे।
मुस्लिम कांवरियों पर फूल बरसाते थे
अवधेश प्रसाद ने कहा,
“कांवड़ यात्रा कोई नई परंपरा नहीं है। अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते भव्य कांवड़ यात्राएं निकाली जाती थीं। उस समय मुस्लिम भाई कांवरियों पर फूल बरसाते थे। स्टाल लगाकर उन्हें पानी और शरबत पिलाते थे।”
सांसद ने कहा कि भाजपा सिर्फ़ धार्मिक भावनाओं को भड़काकर सियासी लाभ लेना चाहती है, जबकि समाजवादी पार्टी सद्भाव और भाईचारे की राजनीति में विश्वास रखती है।





