कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों पर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि यूपी में खास वोटरों के नाम काटे गए थे और इस संबंध में चुनाव आयोग को 18 हजार शपथपत्रों के साथ शिकायतें दी गई थीं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश यादव ने गुरुवार को संसद भवन के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा,
“बीजेपी के इशारे पर 18 हजार वोट डिलीट किए गए। यह 18 हजार लोग वोट नहीं डाल पाए। शपथपत्र के साथ आयोग को पूरा ब्योरा दिया गया था, लेकिन किसी बीएलओ तक को नहीं हटाया गया।”
पुलिस पर गंभीर आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए उपचुनाव में पुलिस खड़ी होकर सर्विस रिवॉल्वर निकालकर वोटरों को रोक रही थी। कुंदरकी का सीसीटीवी फुटेज देखने की मांग करते हुए अखिलेश ने दावा किया कि फुटेज में आपको पुलिस वाले वोट डालते हुए नजर आएंगे। अयोध्या में चुनाव हारने के बाद बीजेपी को मिल्कीपुर में जीताना जरूरी था, इसलिए पूरी सेटिंग की गई।
सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि किस अधिकारी को पीठासीन अधिकारी बनाना है और उन्हें क्या टारगेट दिए गए हैं, इसकी रिकॉर्डिंग तक चुनाव आयोग को सौंपी गई, लेकिन फिर भी कोई एक्शन नहीं हुआ।
चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता। सरकार बदलने पर डीजीपी, मुख्य सचिव और शिकायत वाले अफसर बदल जाते हैं, लेकिन आयोग के स्तर पर कोई ट्रांसफर या पोस्टिंग नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि वोटर लिस्ट की शिकायत पर प्रशासन को मदद करनी चाहिए, लेकिन वह साथ नहीं देता।





