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Thu, Dec 18, 2025

डिंपल यादव के अपमान पर दिल्ली से लखनऊ तक बीजेपी हमलावर, बेबीरानी बोलीं- अखिलेश की चुप्पी असहज करने वाली

Written by:Saurabh Singh
Published:
संसद परिसर में एनडीए सांसदों ने प्रदर्शन किया, वहीं लखनऊ स्थित बीजेपी मुख्यालय में योगी सरकार की मंत्री बेबीरानी मौर्य ने सपा और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।
डिंपल यादव के अपमान पर दिल्ली से लखनऊ तक बीजेपी हमलावर, बेबीरानी बोलीं- अखिलेश की चुप्पी असहज करने वाली

समाजवादी पार्टी की सांसद और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी एकजुट हो गई है। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक पार्टी नेताओं ने मौलाना साजिद रशीदी के बयान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को संसद परिसर में एनडीए सांसदों ने प्रदर्शन किया, वहीं लखनऊ स्थित बीजेपी मुख्यालय में योगी सरकार की मंत्री बेबीरानी मौर्य ने सपा और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।

अखिलेश यादव पर साधा निशाना

महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,

“सपा और हमारी विचारधारा अलग हो सकती है, लेकिन महिलाओं के अपमान को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता। मौलाना के बयान पर अखिलेश यादव की चुप्पी असहज करने वाली है। क्या वोटबैंक की लालच में अपनी पत्नी का अपमान भी सपा मुखिया बर्दाश्त कर सकते हैं?”

मंत्री ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों के महिला सशक्तिकरण के दावे खोखले हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा,

“लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका भी इस मुद्दे पर चुप हैं।”

बीजेपी सांसदों का प्रदर्शन

इससे पहले दिन की शुरुआत में दिल्ली में बीजेपी के सांसद संसद परिसर में डिंपल यादव के अपमान के विरोध में प्रदर्शन करते नजर आए। सांसदों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था,

“नारी सम्मान पर भारी, तुष्टिकरण की राजनीति तुम्हारी”।

प्रदर्शन के दौरान एनडीए सांसदों ने समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और विपक्षी दलों को भी घेरा और महिला सम्मान के मुद्दे पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए।

डिंपल यादव ने दिया जवाब

इस पूरे घटनाक्रम पर खुद डिंपल यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी के विरोध प्रदर्शन को ‘पाखंड’ करार देते हुए कहा,

“यदि आप लोग मणिपुर के मामले में भी इसी तरह से विरोध जताते, तो इस प्रदर्शन के मायने और ज्यादा होते। महिला सम्मान सिर्फ राजनीतिक सुविधा का मुद्दा नहीं होना चाहिए।”

डिंपल यादव के इस बयान के बाद बीजेपी बनाम सपा की सियासी लड़ाई और तेज होती दिख रही है। अब देखना यह है कि मौलाना के खिलाफ शुरू हुई बहस का सियासी रंग किस ओर जाता है।