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Sat, Dec 20, 2025

कांवड़ यात्रा पर लालजी वर्मा के बयान को लेकर बवाल, स्वतंत्र देव सिंह ने बताया सनातन परंपरा का अपमान

Written by:Saurabh Singh
Published:
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कांवड़ यात्रा अंधविश्वास नहीं, सनातन की जीवंत परंपरा है। यह आस्था, सेवा, अनुशासन और संकल्प का उत्सव है।
कांवड़ यात्रा पर लालजी वर्मा के बयान को लेकर बवाल, स्वतंत्र देव सिंह ने बताया सनातन परंपरा का अपमान

उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर समाजवादी पार्टी (SP) के वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा के बयान पर सियासी घमासान तेज हो गया है। यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने उनके बयान को न सिर्फ कांवड़ियों का, बल्कि पूरे सनातन धर्म और भारत की आध्यात्मिक परंपरा का अपमान करार दिया है।

“सपा हिंदू आस्था पर चोट करती है”-स्वतंत्र देव

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, “कांवड़ यात्रा को अंधविश्वास कहना और शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा को गलत ठहराना सपा की उसी सोच का हिस्सा है। जो भगवान राम को काल्पनिक मानती है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि सपा श्रीरामचरितमानस को जलाने वालों को संरक्षण देती है। और बार-बार हिंदू आस्था पर चोट करती है।
मंत्री ने कहा, “कांवड़ यात्रा अंधविश्वास नहीं, बल्कि यह आस्था, सेवा, अनुशासन और संकल्प का उत्सव है। यह वह परंपरा है। जो गांव-गांव, नगर-नगर में सामाजिक समरसता और भक्ति का संदेश देती है। लाखों श्रद्धालु गंगाजल लाकर भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं।”

“पुष्पवर्षा श्रद्धा का उत्सव है”

स्वतंत्र देव ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विश्व मंच पर सनातन परंपरा के ध्वजवाहक बनकर खड़े हैं। मोदी काशी विश्वनाथ और राम मंदिर जैसे प्रोजेक्ट्स से भारत की गौरवगाथा रच रहे हैं। वहीं योगी खुद कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर इस परंपरा के प्रति अपनी श्रद्धा और जिम्मेदारी दर्शाते हैं। कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा को लेकर उठे सवालों पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा श्रद्धा का उत्सव है। आतंकियों पर पुष्पवर्षा नहीं होती। अफसोस है कि सपा नेताओं को यह फर्क समझ नहीं आता।”

सपा पर साधा निशाना

कैबिनेट मंत्री ने सपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि जिनकी राजनीति तुष्टीकरण और वोटबैंक के इर्द-गिर्द घूमती है। उन्हें सनातन की महानता से स्वाभाविक चिढ़ होती है। लेकिन अब देश चुप नहीं बैठता, सनातन के अपमान पर सड़कों से संसद तक जवाब देता है। स्वतंत्र देव सिंह ने सपा से इस बयान पर सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की। इस दौरान कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता सनातन विरोध की इस विकृति को कभी माफ नहीं करेगी। यह विवाद ऐसे समय में उठा है जब कांवड़ यात्रा पूरे उत्तर भारत में जोरों पर है। लाखों शिवभक्त गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने निकल पड़े हैं।