समाजवादी पार्टी की ‘पीडीए पाठशाला’ के दांव का मुकाबला करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्लान तैयार कर लिया है। पार्टी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के तहत 10 से 15 अगस्त के बीच होने वाली ‘तिरंगा यात्रा’ में खास रणनीति अपनाने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक, सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों, जिला प्रभारियों और जिला अध्यक्षों को भेजे गए पत्र में निर्देश दिया गया है कि 1.6 लाख मतदान केंद्रों में से हर बूथ पर कम से कम 500 तिरंगे फहराए जाएं।
किसे मिली जिम्मेदारी
यह अभियान भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और भाजपा महिला मोर्चा की मदद से चलाया जाएगा। खासतौर पर उन इलाकों में इसे और तेज किया जाएगा, जहां सपा ने ‘पीडीए पाठशालाएं’ शुरू की हैं। बीजेपी पदाधिकारियों का कहना है कि विपक्ष के जातिगत एजेंडे का जवाब राष्ट्रवाद से दिया जाएगा। युवा मोर्चा राज्य भर के स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों तक पहुंचेगा।
ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र
भेजे गए पत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी जिक्र है, जो पहलगाम आतंकी हमले (26 मृतक) के बाद मई में चलाया गया था। पार्टी प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा, “बीजेपी के लिए राष्ट्र हमेशा प्रथम है। पीएम मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को कड़ा जवाब मिला है और आगे भी मिलेगा।”
बच्चों से तिरंगा फहरवाने का फैसला
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बच्चों से तिरंगा फहरवाने का फैसला सपा की पीडीए पाठशाला का प्रतीकात्मक जवाब है। साथ ही, 1.6 लाख बूथों पर 500 तिरंगे फहराने का लक्ष्य बीजेपी की बूथ-स्तरीय मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी को मजबूत करेगा।





