उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा संगठन और योगी सरकार के मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल की अटकलों के बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इससे पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी 8 जुलाई को अमित शाह से भेंट कर चुके हैं।
ब्रजेश पाठक ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर मुलाकात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा,
“करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत, हमारे पथ प्रदर्शक देश के यशस्वी गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से आज दिल्ली में स्नेहिल भेंट कर प्रदेश की समृद्धि एवं विकास से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुशल मार्गदर्शन प्राप्त किया। अपना बहुमूल्य समय एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए हृदय की अनंत गहराइयों से आभार एवं धन्यवाद व्यक्त करता हूं।”करोड़ो कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत, हमारे पथ प्रदर्शक देश के यशस्वी गृह एवं सहकारिता मंत्री आदरणीय श्री अमित शाह जी से आज दिल्ली में स्नेहिल भेंटकर प्रदेश की समृद्धि एवं विकास से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुशल मार्गदर्शन प्राप्त किया।
अपना बहुमूल्य समय एवं मार्गदर्शन… pic.twitter.com/v35guM4ptr— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) July 17, 2025
फेरबदल के संकेत
ब्रजेश पाठक और अमित शाह की यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन और राज्य मंत्रिपरिषद में बदलाव की चर्चाएं जोरों पर हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में भी बदलाव की संभावना जताई जा रही है।
फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार में कुल 54 मंत्री हैं, जबकि अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में 6 मंत्रियों की नियुक्ति की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो कुछ मंत्रियों को संगठन में भेजा जा सकता है और कुछ को हटाकर नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों पर नजर
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, आगामी बदलाव में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन का भी ध्यान रखा जाएगा। पार्टी का फोकस 2027 विधानसभा चुनावों और 2026 के विधान परिषद चुनावों की तैयारियों पर भी है। ऐसे में संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए अहम चेहरे बदले जा सकते हैं।
अगले कदम पर टिकी निगाहें
हालिया राजनीतिक घटनाक्रम के बाद यह साफ है कि भाजपा उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बड़े स्तर पर रणनीतिक बदलाव की तैयारी में है। पार्टी के अगले कदम पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बदलाव की दिशा में पहला संकेत प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के साथ ही मिल सकता है।





