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Thu, Dec 18, 2025

बृजभूषण शरण सिंह के दोनों बेटे पहुंचे सीएम योगी से मिलने, यूपी चुनाव से पहले बढ़ी सियासी हलचल

Written by:Saurabh Singh
Published:
चार दिन पहले ही बृजभूषण शरण सिंह खुद मुख्यमंत्री योगी से मिले थे। ऐसे में अब लगातार हो रही इन बैठकों को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं हैं।
बृजभूषण शरण सिंह के दोनों बेटे पहुंचे सीएम योगी से मिलने, यूपी चुनाव से पहले बढ़ी सियासी हलचल

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के परिवार की राजनीतिक गतिविधियां एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। बृजभूषण के दोनों बेटे—कैसरगंज से सांसद करण भूषण सिंह और गोंडा सदर से विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की है। इस मुलाकात की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर सामने आई हैं।

राजनीतिक चर्चा तेज

चार दिन पहले ही बृजभूषण शरण सिंह खुद मुख्यमंत्री योगी से मिले थे। ऐसे में अब लगातार हो रही इन बैठकों को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि यह मुलाकातें यूपी बीजेपी के अंदरूनी समीकरणों को साधने और आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा हो सकती हैं।

मंत्री पद पर क्या बोले बृजभूषण?

हाल ही में प्रतीक भूषण सिंह को मंत्री बनाए जाने की अटकलों के बीच जब बृजभूषण शरण सिंह से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने साफ कहा कि यह मुख्यमंत्री और पार्टी का विशेषाधिकार होता है। बृजभूषण ने कहा,

“मंत्री पद किसी की व्यक्तिगत इच्छा या जनता की पसंद से तय नहीं होते, बल्कि यह पूरी तरह पार्टी की नीति और नेतृत्व की प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।”

उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा कि,

“कुछ ऐसे नेता भी मंत्री बन जाते हैं, जिन्हें जनता देखना भी पसंद नहीं करती। अगर ऐसे लोगों को निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़े तो 5000 वोट भी नहीं ला पाएंगे।”

बृजभूषण की यह टिप्पणी सीधे तौर पर किसी का नाम लिए बिना उन चेहरों पर निशाना थी जो संगठन में उनकी पसंद नहीं माने जाते।

बीजेपी के अंदर बदलते समीकरण

लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से ही बृजभूषण सिंह और उनके परिवार की सक्रियता को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। अब जब विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, तो ऐसे में सीएम योगी और सिंह परिवार के बीच बढ़ती नजदीकियों को नई राजनीतिक भूमिका या जिम्मेदारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि अब तक न तो पार्टी और न ही मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इन मुलाकातों को लेकर कोई आधिकारिक बयान आया है, लेकिन जिस तरह से लगातार मुलाकातें हो रही हैं, वह साफ इशारा करती हैं कि यूपी की राजनीति में कुछ पक रहा है।