गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में ईंट-भट्ठा मालिक भोलेंद्र पाल सिंह के खिलाफ साइबर थाना, पिपराइच और रामगढ़ताल थानों में मुकदमा दर्ज किया गया है। भोलेंद्र, पिपराइच के भाजपा विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई हैं। शनिवार रात पुलिस ने पिपराइच के रउतापार में उनके ईंट-भट्ठे पर छापेमारी की, जहां अनियमितताएं पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। इस पोस्ट से भाजपा समर्थकों में आक्रोश फैल गया और सामाजिक सद्भाव बिगड़ने की आशंका जताई गई।
मामले की शुरुआत तब हुई जब साइबर थाने के सिपाही रामबोध ने फेसबुक पर भोलेंद्र पाल सिंह की आईडी से सीएम के खिलाफ एक आपत्तिजनक पोस्ट देखी। यह पोस्ट गुलरिहा के जमुनिया निवासी भोलेंद्र ने की थी, जिसे दो घंटे में डिलीट कर दिया गया, लेकिन तब तक यह वायरल हो चुकी थी। सिपाही रामबोध, पिपराइच के गंगेश और रामगढ़ताल के सामाजिक कार्यकर्ता संजय त्रिपाठी की तहरीर पर तीनों थानों में केस दर्ज किए गए।
भोलेंद्र के ईंट-भट्ठे पर अनियमितताएं
पुलिस की जांच में भोलेंद्र के ईंट-भट्ठे पर अनियमितताएं सामने आईं, जिसके बाद प्रशासन ने नोटिस जारी किया। यह मामला इसलिए भी संवेदनशील है क्योंकि भोलेंद्र विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई हैं। हालांकि, विधायक ने स्पष्ट किया कि उनके और भोलेंद्र के बीच पिछले 25 वर्षों से कोई संपर्क नहीं है और उनके परिवार अलग-अलग रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पोस्ट की सामग्री के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणि
इस घटना ने सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियों के दुरुपयोग को लेकर बहस छेड़ दी है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और भोलेंद्र पाल सिंह के खिलाफ आगे की कार्रवाई की तैयारी है। यह मामला सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह सामाजिक सद्भाव और सार्वजनिक छवि से जुड़ा है।





