उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी व्यस्त दिनचर्या के बीच सोमवार को लखनऊ में ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए 42 से अधिक लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। सीएम योगी ने एक-एक कर सभी फरियादियों के पास जाकर उनकी व्यथा जानी और अधिकारियों को मौके पर ही समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे निश्चिंत होकर घर जाएं, उनकी हर समस्या का समाधान सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि आमजन से जुड़े मामलों को लटकाया न जाए, बल्कि प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान किया जाए।
इलाज के लिए धन की कमी नहीं होगी आड़े
जनता दर्शन में पहुंचे लोगों में कई ऐसे थे जो गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर आए थे। करीब पांच लोगों ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र सौंपकर चिकित्सा सहायता की मांग की। इस पर सीएम योगी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें तुरंत अस्पताल से एस्टिमेट बनवाने को कहा।
“सरकार पहले ही दिन से चिकित्सा के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करा रही है। धन के अभाव में किसी का भी इलाज प्रभावित नहीं होगा। प्रदेश में जिस भी जरूरतमंद को इलाज के लिए सहायता की आवश्यकता होगी, सरकार सदैव उसके साथ खड़ी रहेगी।” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री
पुलिस और जमीन विवाद के मामलों पर सख्ती
कार्यक्रम के दौरान कई फरियादियों ने पुलिस कार्रवाई में देरी, अवैध कब्जे और आवास न मिलने की शिकायतें भी दर्ज कराईं। मुख्यमंत्री ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अवैध कब्जे और पुलिस से जुड़े मामलों में तत्काल कार्रवाई की जाए। साथ ही, शिकायतकर्ताओं से बाद में फीडबैक भी लिया जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि समस्या का वास्तविक समाधान हुआ है या नहीं।
आवास की मांग करने वाले जरूरतमंदों के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पीएम और सीएम आवास योजना के तहत लाभ दिलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार हर पीड़ित और जरूरतमंद के साथ खड़ी है और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।





