अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर आज धर्म ध्वज का आरोहण किया गया। इस ऐतिहासिक समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह ध्वजारोहण किसी यज्ञ की पूर्णाहूति नहीं, बल्कि एक नए युग का शुभारंभ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में सीएम योगी ने इस क्षण को 500 वर्षों की प्रतीक्षा का फल बताया।
समारोह की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी ने ‘सियावर रामचंद्र भगवान की जय’ और ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष के साथ की, जिससे पूरा मंदिर परिसर जयकारों से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि श्रीराम का यह भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान और आत्मगौरव का प्रतीक है। इस अवसर पर सीएम योगी समेत सभी गणमान्य लोगों ने भगवा ध्वज को झुककर प्रणाम किया।
‘धर्म, मर्यादा और राष्ट्रधर्म का प्रतीक’
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर के शिखर पर फहराता केसरिया ध्वज केवल एक पताका नहीं, बल्कि धर्म, मर्यादा, सत्य-न्याय और राष्ट्रधर्म का भी प्रतीक है। उन्होंने इसे ‘विकसित भारत’ की संकल्पना का प्रतीक बताया।
“यह ध्वजारोहण उस सत्य का उद्घोष है कि धर्म का प्रकाश अमर है और रामराज्य के मूल्य कालजयी हैं।” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि 2014 में जब उन्होंने नेतृत्व संभाला, तभी से करोड़ों भारतवासियों के मन में एक विश्वास का सूर्योदय हुआ था। आज वही तपस्या भव्य राम मंदिर के रूप में साकार हुई है।
500 वर्षों का संघर्ष और अडिग आस्था
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उन संतों, योद्धाओं और रामभक्तों को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने मंदिर आंदोलन के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा, “500 वर्षों में साम्राज्य बदले, पीढ़ियां बदलीं, लेकिन आस्था अडिग रही। वह न झुकी, न रुकी।”
उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के योगदान को याद करते हुए कहा कि जब संगठन ने कमान संभाली तो हर मुंह से एक ही उद्घोष निकलता था, ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। लाठी गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे।’
‘विकसित भारत का आधार है रामराज्य’
सीएम योगी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को रामराज्य की अवधारणा से जोड़ा। उन्होंने कहा कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 50 करोड़ को स्वास्थ्य सुविधा और हर जरूरतमंद को आवास मिलना ही रामराज्य की उद्घोषणा है, जिसका आधार ‘विकसित भारत’ है। योगी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में देश ने विकास और विरासत का बेहतरीन समन्वय देखा है।
उत्सवों की वैश्विक राजधानी बनती अयोध्या
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय बदहाली का शिकार रही अयोध्या आज प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्सवों की वैश्विक राजधानी बन रही है। उन्होंने बताया कि धर्मपथ, रामपथ, भक्ति पथ के साथ-साथ 84 कोसी परिक्रमा मार्ग श्रद्धालुओं को नई सुविधा दे रहे हैं। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी बेहतर हुई है और अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रही है। उन्होंने कहा कि यह पावन नगरी अब आस्था और अर्थव्यवस्था के नए युग में प्रवेश कर चुकी है।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज समेत कई विशिष्टजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने किया।





