उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर सैनिक स्कूल में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की स्मृति में बने भव्य ऑडिटोरियम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जनरल रावत की प्रतिमा का अनावरण भी किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने राष्ट्रवाद और सुरक्षा के मुद्दों पर जोर दिया, साथ ही विपक्ष और समाज को बांटने वाली ताकतों पर तीखा प्रहार किया।
मुख्यमंत्री ने जाति, भाषा और क्षेत्र के आधार पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसे तत्व देश के साथ वही पाप कर रहे हैं जो इतिहास में जयचंद और मीरजाफर ने किया था। उन्होंने कहा कि सत्ता मिलने पर ये लोग केवल अपने परिवार और निजी संपत्ति के बारे में सोचते हैं, जबकि देश की सुरक्षा और समृद्धि से इनका कोई सरोकार नहीं होता।
तात्कालिक लॉलीपॉप से नहीं होगा देश का भला
सीएम योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जाति और क्षेत्र के नाम पर दिए जाने वाले ‘तात्कालिक लॉलीपॉप’ से समाज का कल्याण संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब भेदभाव मिटेगा और एकता स्थापित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को तोड़ने वाले तत्व जब सत्ता में आते हैं तो वे विदेशों में होटल और द्वीप खरीदते हैं, जबकि आम जनता और देश गरीब होता जाता है। एक सच्चा भारतीय वही है जो एक सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की कामना करता है।
जनरल रावत की याद में मनेगा ‘प्रेरणा दिवस’
सैनिक स्कूल में 1000 से अधिक क्षमता वाले इस ऑडिटोरियम का नामकरण जनरल बिपिन रावत के नाम पर किया गया है, जो देश में अपनी तरह का पहला प्रयास है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सैनिक स्कूल को हर साल 8 दिसंबर (जनरल रावत की पुण्यतिथि) को ‘प्रेरणा दिवस’ के रूप में मनाना चाहिए।
“जनरल बिपिन रावत में मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव दिखता था। उनके नाम पर बना यह ऑडिटोरियम राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को स्मरण करने का एक माध्यम है।” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री
विदेशी आक्रांता महान नहीं हो सकते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘पंच प्रण’ का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने औपनिवेशिक मानसिकता को त्यागने की अपील की। उन्होंने सवाल उठाया कि हम सिकंदर को महान क्यों कहें? हमारे लिए महान चंद्रगुप्त मौर्य, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और जनरल बिपिन रावत जैसे योद्धा हैं। उन्होंने कहा कि कोई विदेशी आक्रांता हमारे लिए महान नहीं हो सकता। हमें अपनी विरासत और अपने नायकों पर गर्व करना होगा।
ट्रेड यूनियन और नागरिक कर्तव्य
नागरिक कर्तव्यों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने गोरखपुर खाद कारखाने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जहां ट्रेड यूनियन हावी हुईं, वहां व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। 1990 में ट्रेड यूनियन की वजह से गोरखपुर का खाद कारखाना बंद हो गया था, जिसे दोबारा शुरू करने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा। आज वही कारखाना पहले से तीन गुना अधिक उत्पादन कर रहा है क्योंकि अब वहां कार्यसंस्कृति बदली है।
बेटियों के लिए खोले सैनिक स्कूल के द्वार
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2018 में उन्होंने यूपी के सैनिक स्कूलों में बालिकाओं के प्रवेश की व्यवस्था शुरू की थी। गोरखपुर सैनिक स्कूल में वर्तमान में 310 कैडेट्स शिक्षा ले रहे हैं, जिनमें 75 बालिकाएं शामिल हैं। कार्यक्रम में जनरल बिपिन रावत की दोनों बेटियां, कृतिका और तारिणी रावत भी उपस्थित थीं, जिन्हें मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
‘हतो वा प्राप्स्यसि स्वर्गं जित्वा वा भोक्ष्यसे महीम्’
भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, ‘पद्म विभूषण’ जनरल बिपिन रावत जी की चतुर्थ पुण्य स्मृति के उपलक्ष्य में सैनिक स्कूल, गोरखपुर में आज उनकी प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर असम राइफल्स के… pic.twitter.com/23U9HE7F2s
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 9, 2025





