गोरखपुर में बुधवार को आयोजित 177 परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गोरखपुर के सांसद और बॉलीवुड अभिनेता रवि किशन ने रामगढ़ ताल क्षेत्र में नाले के ऊपर मकान बना लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ही चेतावनी दी गई थी कि जल निकासी के रास्ते पर कोई निर्माण न हो, लेकिन अब मशीनें और तकनीक हर निर्माण को पकड़ सकती हैं।
गोरखपुर बना स्वच्छता की मिसाल
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गोरखपुर नगर निगम को देश के स्वच्छता सर्वेक्षण में चौथा स्थान मिलने पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले गोरखपुर 74वें नंबर पर था, लेकिन अब यह टॉप-4 में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि अब लक्ष्य टॉप-3 में पहुंचने का है।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर की बदलती तस्वीर का ज़िक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब गोरखपुर मच्छरों, माफियाओं, गंदगी और ट्रैफिक जाम के लिए बदनाम था। लेकिन आज यह शहर स्वच्छता और विकास का प्रतीक बन चुका है। सीएम योगी ने कहा कि जब सड़कों की चौड़ाई हो रही थी, तब किसी ने विरोध नहीं किया। लोगों ने अपने मकानों और दुकानों की परवाह नहीं की, बल्कि शहर के विकास को प्राथमिकता दी।
पार्षदों और समितियों में होगी प्रतियोगिता
सीएम योगी ने ऐलान किया कि अब हर वार्ड में स्वच्छता को लेकर प्रतियोगिता कराई जाएगी। जो पार्षद और समितियां अपने क्षेत्र को सबसे साफ रखेंगी, उन्हें हर साल सम्मानित किया जाएगा। कुछ पार्षदों को कार्यक्रम के दौरान मंच से सम्मान भी दिया गया।
छिलका फेंकने पर भी मिलेगी सजा
मुख्यमंत्री ने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि ऐसा न हो कि “कालीबाड़ी के बाबा और रवि किशन साथ चल रहे हों, केला खाकर छिलका सड़क पर फेंक दें और कैमरे में कैद हो जाएं”। उन्होंने कहा कि अब हर गली और चौराहे पर सीसीटीवी लगे हैं। कोई भी गलत हरकत छुप नहीं सकती। आदतों में सुधार ज़रूरी है।
शहर का स्मार्ट प्रबंधन
मुख्यमंत्री ने बताया कि गोरखपुर में अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेंटर, सेंसर तकनीक और मॉडर्न ड्रेनेज सिस्टम लागू किए जा चुके हैं। अब नालों पर अवैध निर्माण, जलभराव और जाम जैसी स्थितियों को रीयल टाइम ट्रेस कर समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब आम हो या खास, कोई भी लापरवाही नहीं कर सकेगा।
विकसित भारत की ओर एक कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ विजन का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर जैसे शहर इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य, तकनीक और जन सहभागिता—इन चारों को साथ लेकर चलना होगा, तभी देश विकसित हो पाएगा।





