Sat, Dec 27, 2025

सीएम योगी आज लोकभवन में 2,425 मुख्य सेविकाओं और 13 फार्मासिस्टों को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र

Written by:Saurabh Singh
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बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में विभाग ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस दौरान लोक सेवा आयोग के माध्यम से जिला कार्यक्रम अधिकारी के 6 पदों और 200 से अधिक बाल विकास परियोजना अधिकारियों के पदों पर पदोन्नति पूरी की गई।
सीएम योगी आज लोकभवन में 2,425 मुख्य सेविकाओं और 13 फार्मासिस्टों को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 27 अगस्त को लखनऊ के लोकभवन सभागार में आयोजित समारोह में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में नवचयनित 2,425 मुख्य सेविकाओं और 13 फार्मासिस्टों को नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति से आंगनबाड़ी तंत्र को मजबूती मिलेगी और महिला-बाल विकास सेवाएं नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगी। समारोह में महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य और राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला भी मौजूद रहेंगी।

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में विभाग ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस दौरान लोक सेवा आयोग के माध्यम से जिला कार्यक्रम अधिकारी के 6 पदों और 200 से अधिक बाल विकास परियोजना अधिकारियों के पदों पर पदोन्नति पूरी की गई। इसके अतिरिक्त, 75 जनपदों में 19,424 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती की गई और 3,000 से अधिक सहायिकाओं को कार्यकत्री के पद पर पदोन्नत किया गया।

मिनी आंगनबाड़ी को मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में तब्दील

विभाग ने मिनी आंगनबाड़ी की 22,290 कार्यकत्रियों को मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में तब्दील कर उनका मानदेय 5,500 रुपये से बढ़ाकर 8,000 रुपये किया। दो वर्ष पहले 320 मानदेय कर्मियों को नियमित सेवा में शामिल किया गया। इसके अलावा, पिछले आठ वर्षों में 182 मृतक मुख्य सेविकाओं के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति देकर कनिष्ठ सहायक और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर तैनाती दी गई।

महिला और बाल विकास को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका

20 साल बाद मुख्य सेविकाओं (समूह ‘ग’) को समूह ‘ख’ के 197 बाल विकास परियोजना अधिकारी पदों पर पदोन्नत किया गया। इस वर्ष 20,000 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की पारदर्शी भर्ती भी की गई, जो विभाग की पारदर्शिता और मेहनत को दर्शाता है। ये प्रयास न केवल आंगनबाड़ी तंत्र को सशक्त करेंगे, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिला और बाल विकास को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।