समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और रामपुर से सपा सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी का एक वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में दोनों नेता एक मस्जिद के अंदर बैठक करते दिख रहे हैं। बैठक में सपा सांसद डिंपल यादव समेत कई अन्य नेता भी मौजूद थे। इस वीडियो के सामने आने के बाद राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है।
जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक कारी इस्हाक गोरा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि मस्जिदें अल्लाह का घर होती हैं, न कि राजनीतिक मंच। इबादत की जगह को सियासी मकसद के लिए इस्तेमाल करना शरीयत के खिलाफ है। उन्होंने सपा नेताओं पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया।
बीजेपी की है नाराजगी जाहिर
रामपुर की जामा मस्जिद में हुई इस बैठक पर बीजेपी ने भी नाराजगी जाहिर की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इसे सावन के पावन माह में आस्था पर हमला बताया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सपा का नाम अब “नमाजवादी पार्टी” ही रख देना चाहिए। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दिल्ली वक्फ बोर्ड से मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को इमाम पद से हटाने की मांग की है।
आरोपों को किया खारिज
सपा सांसद डॉ. जियाउर्रहमान बर्क ने मस्जिद को लेकर उठे विवाद पर कहा कि वहां कोई राजनीतिक बैठक नहीं हुई थी। उन्होंने कहा, “यह सब बीजेपी की ओर से रचा गया प्रोपेगंडा है। मस्जिद में केवल धार्मिक चर्चा हुई थी। हमारे पास राजनीतिक बैठकों के लिए और भी जगह हैं।” रामपुर के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने भी आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात धार्मिक सौहार्द्र के तहत थी और इसका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था।
मस्जिद में जाना अपराध नहीं
सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा, “मंदिर और मस्जिद में हर वर्ग का व्यक्ति जा सकता है। अखिलेश यादव वहां गए, इसमें गलत क्या है? बीजेपी जानबूझकर इसे राजनीतिक रंग दे रही है।”
क्या है वीडियो में?
वायरल वीडियो में अखिलेश यादव, डिंपल यादव और सपा सांसद मौलाना नदवी एक मस्जिद में बैठक करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह मस्जिद रामपुर की है और यह बैठक इमाम के मुसल्ले के पास हुई थी। वीडियो के सामने आने के बाद रामपुर और सम्भल जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बन गया है। एक ओर जहां बीजेपी इसे तुष्टीकरण की राजनीति बता रही है, वहीं सपा नेता इसे धार्मिक मुलाकात करार दे रहे हैं।





