Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश में महाकुंभ मेला चल रहा है, जिसमें देश ही नहीं बल्कि विदेशों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। हजारों करोड़ों की संख्या में अब तक भक्त गंगा में डुबकी लगा चुके हैं। इस दौरान वह काशी विश्वनाथ होते हुए अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करते हुए अपने घर वापस लौट रहे हैं। ऐसे में इन तीनों तीर्थ स्थान पर काफी ज्यादा भीड़ उमड़ रही है। सरकार द्वारा लोगों के लिए उचित व्यवस्थाएं की गई है। वहीं, प्रतिदिन महाकुंभ जाने वाले लोगों के लिए स्पेशल ट्रेनें संचालित की जा रही है, ताकि भीड़ पर काबू पाया जा सके।
टूरिस्ट वाहनों की बुकिंग में भी काफी तेजी आई है। उनकी मांग इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि संचालक उसे पूरा नहीं कर पा रहे। वहान कम पड़ जा रहे हैं, जिस कारण सड़क मार्ग पर जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है।

सड़क मार्ग से पहुंच रहे कुंभ
जानकारी के अनुसार, प्रयागराज की बुकिंग में पिछले कुछ दिनों में लगभग 40% की तेजी आई है। दूसरे राज्यों से टूरिस्ट बस और टेंपो ट्रैवलर मंगवाकर लोगों को प्रयागराज भेजने का प्रयास किया जा रहा है। चूंकि, अब कुंभ के संपन्न होने में बस कुछ ही दिन बच गए हैं। ऐसे में लोग कुंभ स्नान करने से पीछे नहीं हटना चाह रहे हैं। ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिल पाने के कारण वह सड़क मार्ग से प्रयागराज जाने की कोशिश में है।
बढ़ा किराया
दिल्ली के पर्यटन विभाग से जुड़े लोगों की मानें तो वर्तमान में प्रतिदिन दिल्ली से प्रयागराज 700 से अधिक पर्यटक वहां बुकिंग पर जा रहे हैं, जिनमें 350 के करीब टूरिस्ट बस, 150 टेंपो ट्रैवलर और 200 टूरिस्ट वहान है। जिस कारण संचालकों ने किराया भी बढ़ा दिया है, जो कि 30% से लेकर 50% तक है। इसमें काशी और अयोध्या का पैकेज भी दिया जा रहा है।
लग रहे कई घंटे
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरीश सभरवाल के अनुसार, हर कोई कुंभ में जाना चाहता है। वाहनों की कमी होने के कारण हरिद्वार, आगरा, मेरठ, अंबाला और अमृतसर जैसे अन्य शहरों से टूरिस्ट वाहनों को मनाया जा रहा है, लेकिन हर जगह वाहनों की किल्लत है। जाम के कारण मुश्किलें बढ़ रही है, जो यात्रा 12 घंटे में पूरी होनी चाहिए। वह पूरी होने में 16 से 20 घंटे लग रहे हैं, जिस कारण खर्च भी बढ़ रहा है।