Kanpur husband wife dispute : कहते हैं शक का कोई इलाज नहीं। अगर किसी को शक की बीमारी हो जाए तो फिर वो अपने साथ सामने वाले का जीवन भी आफत में डाल देता है। शक की आग अगर किसी रिश्ते में लग जाए तो वो धीरे-धीरे विश्वास की बुनियाद को जला डालती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के कानपुर से।
शादी का बंधन प्यार और सम्मान के अलावा विश्वास पर भी टिका होता है। पति-पत्नी में चाहे जितना प्रेम हो..लेकिन भरोसा नहीं हो तो उनके रिश्ते को खोखला होते देर नहीं लगती। इसीलिए हमेशा बड़े-बुजुर्गों की सलाह रहती है कि कुछ भी शंका होने पर एक-दूसरे के साथ बात करनी चाहिए। बातचीत बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाल सकती है। लेकिन शक को मन में पालकर रखना और उसकी पुष्टि के लिए ऊलजलूल काम करना बड़ी मुसीबत में भी डाल सकता है।

क्या है मामला
ये मामला कानपुर के बिठूर इलाके का है। यहां मंधाना पुलिस चौकी के पास एक युवक फैक्ट्री में काम करता था और किराए के मकान में अपनी पत्नी के साथ रहता था। उसके दिमाग में शक का कीड़ा घुस गया और उसे लगने लगा कि उसके फैक्ट्री जाने के बाद पत्नी किसा और से मोबाइल पर बात करती है। बस फिर क्या था, किसी दोस्त से उसने कॉल रिकॉर्डिंग ऐप के बारे में जानकारी ली और पत्नी के मोबाइल पर चुपके से वो ऐप इंस्टॉल कर दिया।
पत्नी को पता चला तो कर दी बेलन से धुनाई
पत्नी के फोन में ऐप डालने के बाद वो शख्स जब उस शाम काम से लौटकर आया तो उसके मन में सबसे पहले रिकॉर्ड हुए कॉल सुनने की हड़बड़ी थी। ऐसे में वो पत्नी का मोबाइल लेकर छत पर गया और सुनने लगा कि दिनभर कहां कहां बातचीत हुई है। इस बीच घर में पति को न पाकर पत्नी उसे खोजते हुए छत पर पहुंची। वहां पहुंचकर उसने देखा कि उसका पति उसके मोबाइल पर कॉल रिकॉर्डिंग सुन रहा है। ये देखते ही वो सारा माजरा समझ गई। बस फिर क्य था..पत्नी ने बेलन लेकर पति की धमाधम कुटाई शुरु कर दी और घर से निकाल दिया। उसने सख्त ताकीद की कि अब घर मत लौटना। ऐसे में डरा हुआ पति सीधे थाने जा पहुंचा।
थाने पहुंचा पति, फिर हुआ ये..
बिठूर थाने पहुंचकर उस व्यक्ति ने पुलिस को सारी कहानी सुनाई। ये सुनकर थाना इंचार्ज भी सोच में पड़ गए कि वो उसकी रिपोर्ट लिखें या फिर पति-पत्नी में सुलह कराएं। आखिर उन्होंने महिला को थाने बुलाया और पति-पत्नी दोनों को सामने बैठाकर बात की। थाने में लगभग एक घंटे चली इस पंचायत में पत्नी ने आरोप लगाया कि पति उसपर बेवजह शक करता है और वो उसकी इस आदत से परेशान हो गई है। इसके बाद पुलिस ने पति को समझाया कि शक की बीमारी उसका घर भी तोड़ सकती है और इस तरह किसी के भी मोबाइल में रिकॉर्डिंग ऐप डालना सही नहीं है। इसके बाद पति ने अपनी गलती मानी और माफी मांगने के बाद अपनी पत्नी के साथ घर चला गया। थाना प्रभारी के अनुसार महिला एक मेडिकल कॉलेज में कर्मचारी है और काम के सिलसिले में उसकी अपने इंचार्ज से बात होती थी। इसी को लेकर पति के मन में शक बैठ गया था। बहरहाल..शक की इस बीमारी ने पति को बेलन की पिटाई से लेकर थाने के दर्शन भी करवा दिए।