स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने पूरे देश को चौंकाते हुए देश का तीसरा सबसे साफ शहर बनने का गौरव हासिल किया है। इस सूची में पहला स्थान इंदौर और दूसरा स्थान अहमदाबाद को मिला। खास बात यह है कि पिछले साल लखनऊ इस रैंकिंग में 41वें स्थान पर था। ऐसे में यह प्रदर्शन नगर निगम के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी छलांग मानी जा रही है।
इस उपलब्धि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लखनऊ नगर निगम को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया। मंच पर उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा, लखनऊ की महापौर सुषमा खड़कवाल और तत्कालीन नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह मौजूद थे। तीनों को संयुक्त रूप से यह सम्मान प्रदान किया गया।
छाए इंद्रजीत सिंह
इस मौके पर IAS अफसर इंद्रजीत सिंह की सादगी और नेतृत्व क्षमता सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई। यूज़र्स उनकी विनम्रता की तारीफ करते नहीं थक रहे। वर्तमान में इंद्रजीत सिंह ऊर्जा विभाग में विशेष सचिव, यूपी नेडा और उत्तर प्रदेश रिन्यूएबल एंड ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
गौरव कुमार ने बताया “असली हकदार”
वर्तमान नगर आयुक्त गौरव कुमार ने राष्ट्रपति से मिले इस सम्मान का श्रेय इंद्रजीत सिंह को देते हुए कहा कि,
“इंद्रजीत सिंह के नेतृत्व में लखनऊ के कायाकल्प की शुरुआत हुई थी, जो आज रंग लाई है।”
इंद्रजीत सिंह के काम की मिसालें
शिवरी में कूड़ा प्रोसेसिंग यूनिट की शुरुआत कर वर्षों से जमा कूड़े के पहाड़ खत्म कराए। हाउस टैक्स कलेक्शन में बड़ा सुधार किया। नगर निगम कर्मचारियों की सैलरी पहले 20 तारीख तक मिलती थी, उसे 1 से 5 तारीख के बीच फिक्स कराया। इन कार्यों की वजह से न सिर्फ लखनऊवासियों बल्कि नगर निगम के कर्मचारियों में भी इंद्रजीत सिंह की अलग पहचान बनी है।





