समाजवादी पार्टी की सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीदी की विवादित टिप्पणी ने सियासी भूचाल ला दिया है। मौलाना की इस टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी के साथ-साथ एनडीए के सांसद, बीजेपी नेता और हिंदू संगठनों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। मामला अब पुलिस तक पहुंच गया है और मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है।
इकरा हसन बोलीं शर्मनाक
सपा सांसद इकरा हसन ने मौलाना के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा,
“अगर देश की सबसे बड़ी पंचायत (संसद) की सदस्य और जनप्रतिनिधि के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी की जाती है, तो समाज की आम महिलाओं को क्या संदेश जाएगा? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
इकरा ने यह भी कहा कि ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वे कोई धार्मिक नेता या धर्म के ठेकेदार नहीं हैं। उन्हें किसी महिला के लिए ऐसी टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
संसद में विरोध प्रदर्शन
डिंपल यादव के समर्थन में सोमवार को दिल्ली में संसद परिसर में एनडीए के सांसदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की। स्लोगन था “नारी सम्मान पर भारी, तुष्टिकरण की राजनीति तुम्हारी”। विरोध के जरिए बीजेपी ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर भी परोक्ष हमला बोला।
यूपी में मंत्री ने कसा तंज
लखनऊ में यूपी की महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बयान की निंदा की। उन्होंने कहा,
“महिलाओं का अपमान किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं। यह साफ है कि सपा को महिला सम्मान और वोटबैंक में से कुछ चुनना हो, तो वह वोटबैंक चुनेगी।”
उन्होंने कांग्रेस को भी घेरा और पूछा कि ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली प्रियंका गांधी इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं। समाजवादी पार्टी नेता प्रवेश की ओर से दी गई तहरीर पर मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा हजरतगंज थाने में भी सोमवार सुबह सपा कार्यकर्ताओं ने तहरीर दी। हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता भी थाने पहुंचे और मौलाना की गिरफ्तारी की मांग की।





