अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयात होने वाले सामान पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद भारतीय सियासत गरमा गई है। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे भारत की अर्थव्यवस्था और जनता के लिए खतरनाक बताया है।
ये बुरे दिनों की शुरुआत है
समाजवादी पार्टी प्रमुख और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने इस घटनाक्रम को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा,
“पिछले 11 सालों से कैसी स्टडी चल रही थी, आप सोचिए। जो सरकार दोस्ती-दोस्ती के दावे करती रही है, आज हम उसके नतीजे देख रहे हैं। ये बुरे दिनों की शुरुआत है। इस देश के युवाओं को नौकरी चाहिए। अगर अर्थव्यवस्था बेहतर होगी तो रोजगार मिलेगा। लेकिन अगर ऐसी पाबंदियां लगेंगी, तो हमारी अर्थव्यवस्था का क्या होगा?”
आत्मनिर्भरता का अवसर
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने टैरिफ विवाद को लेकर केंद्र सरकार से अपील की है कि वह इस चुनौती को अवसर में बदले।
“‘मित्र’ देश बताने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 1 अगस्त से भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क और रूस से तेल आयात पर जुर्माना लगाने की नई चुनौती को केंद्र सरकार आत्मनिर्भरता के रूप में ले। सरकार ने देश को भरोसा दिलाया है कि वह किसानों, छोटे और मझोले उद्योगों तथा राष्ट्रहित से कोई समझौता नहीं करेगी। उम्मीद है कि सरकार इस पर खरी उतरेगी।”
प्रियंका गांधी ने भी साधा निशाना
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अंतरराष्ट्रीय ‘दोस्ती’ का यही नतीजा है। उन्होंने कहा,
“अमेरिकी राष्ट्रपति ने टैरिफ को लेकर जो कहा है, वो सबने देखा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध को रोका था। भारत को इन दोनों मुद्दों पर स्पष्ट जवाब देना होगा। प्रधानमंत्री मोदी हर जगह जाते हैं, दोस्त बनाते हैं, और हमें आखिरकार ये सब मिलता है।”
क्या है मामला?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में घोषणा की है कि भारत पर 1 अगस्त से 25 प्रतिशत का टैरिफ लागू किया जाएगा। ट्रंप का कहना है कि भारत रूस से तेल और सैन्य उपकरणों की खरीद कर रहा है और अमेरिका का व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है। इसी वजह से उन्होंने यह कठोर कदम उठाने का फैसला लिया है। अब देखना ये होगा कि भारत सरकार इस चुनौती का जवाब किस तरह देती है, और विपक्ष की इन चिंताओं का क्या जवाब देती है।





