उत्तर प्रदेश से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जहां कुछ शरारती तत्वों ने एक वायरल को UP का बताकर लोगों को भ्रामक किया। दरअसल, सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि राज्य में स्मार्ट मीटर बिजली विभाग द्वारा नहीं, बल्कि प्राइवेट कंपनी द्वारा लगाया जा रहा है। इसलिए उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर इंस्टॉल ना करवाने की अपील की जा रही है।
इस वीडियो में एक व्यक्ति लोगों से यह कहता हुआ नजर आ रहा है कि यदि आपके घर पर कोई भी प्राइवेट कंपनी का कर्मचारी आए, तो उसे फौरन वहां से भाग दीजिए, क्योंकि उनके पास कोई भी सरकारी आदेश नहीं है।

जांच में पुष्टि
बता दें कि उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है। दूसरी ओर कुछ प्राइवेट कंपनी द्वारा लोगों के घर-घर जाकर कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से अवैध है। वहीं, वायरल वीडियो की जांच होने पर यह पता चला है कि यह वीडियो यूपी का नहीं, बल्कि उत्तराखंड के हरिद्वार का है। जिसमें नजर आने वाला यह व्यक्ति वरुण बालियान है, जो कि उत्तराखंड युवा कांग्रेस में प्रदेश महासचिव है। वीडियो में पीछे खड़ी बाइक की नंबर प्लेट पर उत्तराखंड का नंबर साफ-साफ दिखाई दे रहा है।
करें शिकायत
केंद्र सरकार की रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत, स्मार्ट मीटर मुफ्त में लगाए जा रहे हैं। इसे इंस्टॉल करने गई टीम के पास आईडी कार्ड और सरकारी आदेश दोनों का होना अनिवार्य है। जिसकी जांच उपभोक्ता खुद कर सकते हैं। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर के साथ लगाए जाने वाला आर्मर्ड केबल बिल्कुल फ्री है। इसके लिए यदि आपसे कोई पैसे की डिमांड करता है, तो आप इसकी शिकायत 1912 पर दर्ज करवा सकते हैं।
लोगों से अपील
बता दें कि योजना बिजली बिलिंग में पारदर्शिता लाने और बिजली चोरी को रोकने के लिए बनाई गई है। वहीं, इस तरह की घटना के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि उन्हें ऐसे किसी भी वीडियो पर ध्यान नहीं देना है। उनकी टीम सरकारी आदेश और पहचान पत्र के साथ ही स्मार्ट मीटर इंस्टॉल करने आती है।