यूपी के सीतापुर जिले में बिजली विभाग के एक जूनियर इंजीनियर (JE) की ऐसी ज़ुबान फिसली कि सीधे सस्पेंड होना पड़ गया। मामला हरगांव इलाके का है, जहां बिजली कटौती से परेशान ग्रामीणों ने राज्यमंत्री सुरेश राही से शिकायत की थी। मंत्री ने JE को कहा कि ट्रांसफॉर्मर बदलवाइए। जवाब मिला “खुद स्टोर से जाकर ले आइए।”
मंत्री अवाक रह गए। फिर क्या था… खुद पिकअप और रस्से का इंतजाम किया, ग्रामीणों को साथ लिया और ट्रांसफॉर्मर लेकर हरगांव पावर हाउस पहुंच गए। वहां भी आनाकानी हुई तो मंत्री कार्यकर्ताओं समेत धरने पर बैठ गए।
मंत्री का धरना
पूरा मामला सीतापुर के कोरैया उदनापुर गांव से जुड़ा है। कई दिनों से बिजली गुल थी। ग्रामीणों की शिकायत मंत्री तक पहुंची। मंत्री ने JE रमेश मिश्रा से ट्रांसफॉर्मर बदलवाने को कहा। मगर JE ने जो कहा, उसने पूरे बिजली विभाग की पोल खोल दी।
राज्यमंत्री ने जब मध्यांचल एमडी से बात करनी चाही तो स्टाफ ने फोन तक नहीं मिलवाया। मंत्री ग़ुस्से में थे, और ग़ुस्सा यहीं नहीं थमा। मंत्री ने आरोप लगाया कि JE भाजपा कार्यकर्ताओं पर छापा मार रहा है और अवैध वसूली कर रहा है।
ऊर्जा मंत्री ने दिए सख्त आदेश
धरने की खबर लखनऊ तक पहुंची। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने खुद राज्यमंत्री से बात की। और तुरंत आदेश दिया कि JE रमेश मिश्रा को सस्पेंड किया जाए। एके शर्मा ने साफ कहा,
“JE का व्यवहार पूरी तरह से अविवेकपूर्ण और अस्वीकार्य है। ऊपर से नीचे तक के मैनेजमेंट में गलती हुई है। पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और मध्यांचल की एमडी को हिदायत दी गई है कि आगे से ऐसी घटना न हो।”
अंत में क्या हुआ?
धरना खत्म हुआ, अधिशासी अभियंता मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का भरोसा दिया। राज्यमंत्री ट्रांसफॉर्मर को लेकर सीतापुर के स्टोर की तरफ रवाना हो गए।





