उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कांवड़ यात्रा पर चल रही बहस के बीच बड़ा बयान दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कांवड़ यात्रा से जुड़े बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये एक पवित्र आयोजन है। लाखों श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर गंगा जल लाते हैं और शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं। ऐसे आयोजन का सम्मान होना चाहिए, न कि उसे बदनाम किया जाए।
डॉ. हसन ने कहा,
“हमारे समाज में हिन्दू भाई नमाज का सम्मान करते हैं। उसी तरह मुसलमान भी जब कांवड़ यात्रा निकलती है तो टेंट लगाते हैं, सेवा करते हैं। लेकिन कुछ लोग हैं जो इस माहौल को खराब करना चाहते हैं। करोड़ों में अगर 100-200 लोग कुछ हरकतें कर रहे हैं, तो उसके लिए पूरे समुदाय को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।”
‘मुसलमान अब डरने लगे हैं’
सपा नेता का कहना है कि एक साजिश के तहत ऐसा माहौल बना दिया गया है कि अब मुसलमान सोचने लगे हैं कि सेवा करें भी या नहीं। उन्होंने कहा,
“कई मुसलमानों ने पहले कांवड़ियों को खाना खिलाया, हलवा खिलाया, पानी पिलाया। लेकिन अब डर है कि कहीं कोई वीडियो बनाकर वायरल न कर दे, या बोले कि मुसलमान के हाथ का खा लिया तो क्या होगा। ये माहौल जानबूझकर बनाया जा रहा है ताकि हिन्दू-मुसलमान में फासला बढ़े।”
मौलाना सादिक के बयान
बीते दिनों मौलाना सादिक ने भगवा वस्त्र पहनने वालों को ‘भगवा आतंकवादी’ बताया था। इस पर भी ST हसन ने अपना मत रखा। उन्होंने कहा,
“मैं मौलाना सादिक की बात से सहमत नहीं हूं। भगवा रंग बहुत पवित्र है। अगर कोई कांवड़ यात्रा में उत्पात मचा रहा है, तो उसे आतंकवादी नहीं कह सकते। कई बार कुछ लोग जानबूझकर भेजे जाते हैं ताकि पूरी यात्रा को बदनाम किया जा सके। सभी कांवड़िये वैसे नहीं होते।”
ढाबों की चेकिंग गलत
सपा नेता ने उन घटनाओं पर भी सवाल उठाया जहां कुछ लोगों ने पोस्टर लगाए कि ‘मुसलमान की दुकान से सामान मत लो’ और कुछ गुटों ने ढाबों की चेकिंग शुरू कर दी।
“ये काम प्रशासन का है, किसी गुट का नहीं। जो लोग इस तरह की हरकतें कर रहे हैं, वे कांवड़ यात्रा को बदनाम कर रहे हैं।”
डॉ. एसटी हसन का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब कई जगहों पर कांवड़ यात्रा के नाम पर तनाव की खबरें सामने आ रही हैं। उन्होंने अपील की कि हर धर्म का सम्मान हो और लोगों को बांटने की कोशिश बंद हो।





